डुमरी/जारी। जारी थाना क्षेत्र के जरडा गांव के समीप शादी से लौट रहे सरातियों से खचाखच भरा पिकअप वाहन के पलट जाने से उसमें सवार चार लोगों की मौत हो गई। जबिक कई लोग घायल हो गये। घटना मंगलवार रात लगभग 9 बजे की है। मृतकों में इरेन्युस किंडो, बिरंती देवी, सुंदर ग्यार, सबिता नागेसिया के नाम शामिल है। जिसमें लकड़ी की मां बिरंती देवी व पिता सुंदर ग्यार भी शामिल है। मिली जनकारी के अनुसार डुमरी थाना क्षेत्र के कटारी गांव से मंगलवार की सुबह नौ बजे के आसपास लड़की की शादी करने के लिए सुंदर ग्यार जारी थाना क्षेत्र के सारंगाडीह गांव गये थे। शादी के बाद रात को सुंदर ग्यार अपनी पत्नी व अन्य सरातियों को लेकर पिकअप वाहन से वापस लौट रहे थे।
इसी क्रम में रात लगभग 9 बजे के आसपास जारी थाना क्षेत्र के जरडा ग्राम के समीप पिकअप गाड़ी का चालक अपना संतुलन खो दिया और गाड़ी गड्ढे में जा गिरा। इस दौरान पिकअप वाहन करीबन तीन बार पलट गई। जिससे तीन लोगों की घटनास्थल पर मौत हो गई जबकि एक की इलाज के क्रम में मौत हो गई। घायलों को सिर, चेहरा, पैर, हाथों में चोट लगी है। घायलों में उर्मिला कुमारी, प्रेमिका कुमारी, अश्वन कुजूर आदि के नाम शामिल है। इधर दुर्घटना के बाद घायल दर्द से कराहते रहे। कोई इधर गिरा था तो कई उधर गिर पड़ा था। ऐसी स्थिति नहीं थी कि वे उठकर एक दूसरे को संभाल पाये। वहीं घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद जारी थानेदार मनीष कुमार दल बल के साथ घटना स्थल पहुंचे और सभी घायलों को एक बस में भरकर डुमरी अस्पताल लेकर आये।
जहां सभी घायलों का प्राथमिक उपचार किया गया। दर्जन से अधिक लोग घायल है। जिनमें 9 घायलों को बेहतर इलाज के लिए गुमला रेफर किया गया। जहां गुमला सदर अस्पताल में डॉक्टरों ने स्थिति की गंभीर को देखते हुए तीन घायलों को रांची रिम्स रेफर किया। घटना की सूचना पाकर चैनपुर बीडीओ डॉ शिशिर कुमार सिंह,डुमरी बीडीओ एकता वर्मा, जारी सीओ रेशमी,सर्किल इंस्पेक्टर बैजू उरांव,डुमरी थाना प्रभारी विवेक कुमार पांडेय, सहित कई लोग अस्पताल पहुंचे और घायलों का हाल चाल कि जनकारी ली और सभी को बेहतर इलाज के लिए व्यवस्था किया गया।
बेटी को डोली में विदा करने गये माता-पिता के निधन से गांव में पसरा मातमी सन्नाटा
बेटी को शादी की डोली में विदा करने गये माता-पिता के निधन से कटारी गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया। साथ ही दो अन्य सरातियों के मौत से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो उठा। घर में शादी की खुमार पूरी तरह मातम में तब्दील हो गया। घर का हर चेहरा मुरझाया हुआ था। परिजनों का तो रो-रोकर बुरा हाल था। घटना के बाद पूरे गांव में किसी ने चूल्हा नहीं जलाया। सब के सब गम में डूबे नजर आये।