बेगूसराय। आदि कुंभ स्थली और कल्पवास स्थल सिमरिया धाम का पावन गंगा तट एक बार फिर गंगा महाआरती से गूंज उठा है। कुंभ सेवा समिति के बैनर तले वाराणसी के आचार्यों की टोली ने गंगा की स्तुति ”देवी सुरेश्वरी भगवती गंगे, भुवन तारिणी तरल तरंगे” शुरू किया तो पूरा वातावरण मां गंगा की भक्ति में झूमने लगा।
विधिवत पूजन एवं मंत्रोच्चार के साथ शुरू हुए आरती में आचार्यों की टोली ने स्तुति के बाद वाराणसी की तर्ज पर मनमोहक तरीके से गंगा माता की आरती किया। आचार्य राममणि शर्मा के नेतृत्व में उपेन्द्र त्रिपाठी, नरेन्द्र पाठक, पुष्पेन्द्र मिश्रा, वीरु तिवारी, विनोद तिवारी एवं नागेन्द्र उर्मेलिया आदि ने मनमोहक आरती प्रस्तुत किया। जिस पर श्रद्धालु झूमने पर मजबूर हो गए।
आरती का शुभारंभ केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार चौधरी, विधान पार्षद सर्वेश कुमार, विधायक कुंदन कुमार, सांसद प्रतिनिधि अमरेन्द्र कुमार अमर, कुंभ सेवा समिति के अध्यक्ष डॉ. नलिनी रंजन सिंह, महासचिव रजनीश कुमार एवं प्रो. अशोक कुमार सिंह अमर आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि धर्म को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी बेटी-बहन के हाथों में है। मिथिला का सिमरिया धाम मोक्षदायिनी है। गंगा में स्नान कर लेने ही नहीं, गंगाजल के स्पर्श से भी मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। हम धर्म की रक्षा करते हैं और धर्म हमारी रक्षा करता है। सिमरिया एक तरफ साधना स्थल है तो दूसरी तरफ धर्मस्थल। गंगा धार्मिक ही नहीं, रोजगार दायक भी है। मां गंगा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सद्बुद्धि दें कि इस धरोहर को जागृत किया जा सके।
विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि कुंभ के रूप में लुप्त हो चुके विरासत को सिमरिया में पुनर्स्थापित कर धार्मिक संस्कृति की शुरुआत की गई है। सेवा भाव से कुंभ महाकुंभ के रूप में बदल दिया गया। सिमरिया आज विश्व पटल पर जाने लगा है। यहां आने वाले शव वाहनों से टैक्स लिया जाता था, जिसे हमने मुक्त कराया। बिहार की पहचान ही नहीं इस सांस्कृतिक धार्मिक द्वार का गौरव बढ़ाने की जरूरत है। आने वाली पीढ़ी के लिए सिमरिया धाम बड़ा केंद्र बनेगा।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि सिमरिया में लाखों की भीड़ जुटती है, सौभाग्य की बात है कि इस वर्ष भी कुंभ लगा है। नरेन्द्र मोदी ने गंगा की स्वच्छता और अविरलता के लिए नमामि गंगे के माध्यम से आठ हजार करोड़ दिए। नमामि गंगे से सुल्तानगंज और सिमरिया सहित अन्य जगहों पर घाट निर्माण किया गया। उत्तर बिहार में मां सीता की कृपा से विकास हो रहा है। भाजपा की सरकार ने अयोध्या में प्रभु राम का मंदिर बना दिया। 22 जनवरी 2024 को श्रीराम टेंट से निकलकर मंदिर में विराजमान होंगे। अब माता सीता का मंदिर सहित अन्य मंदिर भी बनेगा।
कुंभ सेवा समिति के महासचिव रजनीश कुमार ने कहा कि 2011 से यहां महाआरती का आयोजन किया जा रहा है। 28 नवम्बर तक लगातार वाराणसी से आए आचार्यों की टोली आरती करेंगे। यह केवल एक आध्यात्मिक आयोजन नहीं, बल्कि मां गंगा और उनके तट को स्वच्छ रखने तथा पवित्र सिमरिया धाम के सांस्कृतिक चेतना का प्रचार एवं प्रसार का एक उपक्रम है। जिससे सिमरिया धाम का समुन्नत एवं समेकित विकास का मार्ग प्रशस्त हो सके। महाआरती के माध्यम से संदेश दिया जाता है कि कल्पवासी एवं दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हम गंगा तट को स्वच्छ और गंगा को निर्मल रखें।