बेरमो कार्यालय,
बेरमो /फुसरो: नगर परिषद क्षेत्र में सैकड़ो प्रतिष्ठा दुकाने हैं जिनमें से बहुत से प्रतिष्ठानों में 10 से ऊपर मजदूर कार्यरत हैं और उन प्रतिष्ठानों के पास ना तो लेबर लाइसेंस है ना तो वह किसी लेबर लॉ को फॉलो करते हैं और ना ही उनको न्यूनतम मजदूरी जो की सरकार के द्वारा निर्धारित है वह मिल पाता है। जानकारी के अभाव में मजदूरों का शोषण हो रहा है। क्योंकि बेरमो कोयलांचल क्षेत्र है सारे सीसीएल कर्मियों को लगभग लाख रुपैया बोनस के रूप में भुगतान किया गया और यही बोनस के पैसे से इन्हीं प्रतिष्ठानों पर जाकर सीसीएल कर्मी खर्च करेंगे।
जहां इन्हीं प्रतिष्ठान के मालिकों को लाखों का फायदा हो रहा लेकिन इनके प्रतिष्ठानों में काम कर रहे हैं मजदूर को बोनस तो दूर की बात है न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिल पा रही है। इसका जिम्मेदार सिर्फ श्रम विभाग के अधिकारियों कीी देन है। क्योंकि ना तो आज तक कभी किसी भी प्रतिष्ठा का निरीक्षण श्रम अधीक्षक या लेबर इंस्पेक्टर के द्वारा किया गया है। जिस कारण सारे प्रतिष्ठानो के मालिक मजदूरों का शोषण कर रहे हैं और उनको किसी भी तरह की सरकारी जो न्यूनतम दर है उनको इसका लाभ नहीं मिल रहा है। यह जांच का विषय है पूरे बेरमो अनुमंडल में लेबर लॉ की धज्जिया उड़ाई जा रही है और विभाग मुक दर्शक बना सब कुछ निहार रहा है।