खबर मन्त्र संवाददाता
धनबाद। झरिया क्षेत्र के कुजामा कोलियरी की एटी देवप्रभा आउटसोर्सिंग में हुए हैवी ब्लास्टिंग मामले को लेकर मंगलवार को समाहरणालय में उपायुक्त माधवी मिश्रा ने बीसीसीएल के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उपायुक्त ने कहा कि सोमवार को हैवी ब्लास्टिंग के बाद मोहरीबांध के ग्रामीणों और आउटसोर्सिंग कंपनी के कर्मियों के बीच हुई झड़प निंदनीय है। इस घटना में तीन ग्रामीणों की घायल होंने तथा घटना स्थल पर फायरिंग की सूचना मिली है। कानून हाथ में लेने वालों को बख्सा नहीं जायेगी। इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो इस बात का ध्यान बीसीसीएल के पदाधिकारियों को रखने की जरूरत है।
ब्लास्टिंग के लिए डीजीएमएस द्वारा तय किये गए नियमो का पालन कराना भी जरूरी है। समय.समय पर ब्लास्टिंग कार्यों का बीसीसीएल के वरीय पदाधिकारी भी निरीक्षण करें। ब्लास्टिंग की लगातार मॉनिटरिंग करें साथ ही वाइब्रेशन लेवल की जांच कर यह सुनिश्चित करें कि किसी प्रकार की क्षति आम लोगों को न पहुंचे। उपायुक्त ने कहा कि ब्लास्टिंग के कारण घरों में दरार पड़ने एवं लोगों के घायल होने की शिकायते लगतार प्राप्त होते रहती हैं। इससे हर हाल में रोकने की जरूरत है। इससे विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती है।
बैठक में बीसीसीएल के निदेशक तकनीकी संजय कुमार सिंह निदेशक कार्मिक एमके रमैया जीएम सुरक्षा अरुण कुमार खनन पदाधिकारी मिहिर सलकर डीएसपी लॉ एंड आर्डर दीपक कुमार उपस्थित थे।
हेवी ब्लास्टिंग से भारी मात्रा में पत्थर घरों पर गिरे थे
कुजामा आउटसोसिंग कंपनी में हैवी ब्लास्टिंग से भारी मात्रा में पत्थर और डस्ट पास के मोहरीबांध बस्ती के कई घरों और झरिया.बलियापुर रोड पर गिरा था। घटना के बाद हिंसक झड़प हुई थी। झरिया विधायक पूर्णिमा सिंहए ग्रामीणों के साथ चार घंटा धरना पर भी बैठी थी। इसके बाद सांसद ढुल्लू महतो ऽ पहुंचे थेए उन्होंने दोषियों की गिरफ्तारी होंने तक आउटसोर्सिंग का काम बंद रखने की चेतावनी दी थी। भाजपा नेत्री रागिनी सिंह घायलों से मिलने मेडिकल अस्पताल पहुंची थी। प्रबंधन ओर पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ था।