पलामू। जिले के मनातू थाना क्षेत्र अंतर्गत घंघरी गांव में पांच दिन पहले लाठी से पीटकर हुई राजा यादव नामक बुजुर्ग की हत्या मामले का खुलासा हो गया है। पुलिस ने इस घटना में शामिल दो अप्राथमिकी आरोपितों को गिरफ्तार किया है। बुजुर्ग की हत्या ओझा-गुणी बताकर हुई थी। गिरफ्तार आरोपितों में मुकेश कुमार (23) एवं योगेन्द्र सिंह (28) दोनों घंघरी के रहने वाले हैं।
इस संबंध में राजा यादव की पत्नी राधा देवी ने सात नामजद समेत 10-12 अज्ञात लोगों पर एफआइआर दर्ज करायी थी। पुलिस अनुसंधान में सामने आया कि इस घटना को राजा यादव के पड़ोसी मुकेश कुमार के द्वारा अंजाम दिया गया है। ओझा-गुणी बताकर हत्या की गयी है। दरअसल, तीन वर्ष पहले मुकेश के बड़े भाई प्रदीप यादव की बेटी सोनी कुमारी की अचानक मृत्यु हो गयी थी। मुकेश के परिजनों ने इस घटना को ओझा-गुणी बताकर एवं राजा यादव को तांत्रिक कहकर उसके परिवार के साथ विवाद किया था।
मुकेश को पूरा शक था कि राजा यादव के तंत्र मंत्र से उसकी भतीजी की मौत हुई है। मुकेश राजा से काफी खुन्नस रहता था और उसकी हत्या करने के लिए मौका तलाशते रहता था। तीन सितंबर को मुकेश महाराष्ट्र की एक कंपनी से काम करके घर लौटा था। पांच सितंबर को लेबर खोजने के लिए अपने साथी योगेन्द्र सिंह के साथ कुबरा-कुण्डीलपुर गया था। वहां दोनों ने महुआ शराब का सेवन किया और घर लौटने के क्रम में प्लान बनाया कि आज राजा यादव को जान से मार देना है। योगेन्द्र से भी डायन-भूत को लेकर राजा यादव से झगड़ा हुआ था। दोनों पांच सितंबर की शाम घंघरी पहुंचे और पुनः स्व. विजय यादव के घर में महुआ शराब का सेवन किया।
शराब पीने के बाद दोनों राजा यादव की घर की ओर गए तो देखा कि राजा अपने घर के बाहर ओटे पर शो रहा है। आसपास कोई नहीं है। बिजली भी कटी हुई थी। दोनों ने सोचा कि राजा यादव को मारने के लिए इससे अच्छा मौका नहीं हो सकता। मुकेश अपने घर के पास स्थित घोरान से दो सखुआ की लकड़ी खींचकर निकाला और एक योगेन्द्र को दिया। लकड़ी लेकर दोनों गहरी नींद में सो रहे राजा यादव के पास पहुंचे। मुकेश ने राजा के सिर एवं चेहरे पर तीन बार जोर से मारा, जबकि योगेन्द्र ने दो बार वार किया, जिससे मौके पर ही राजा की मौत हो गयी। घटना में इस्तेमाल दोनों लकड़ी, दो मोबाइल फोन, घटना के वक्त पहने हुए कपड़े, मृतक का खून लगा गमछा और खून लगी मिट्टी का नमूना बरामद किया गया।