मेदिनीनगर । दिनांक 09 अप्रैल दिन मंगलवार को ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल में नोबेल विजेता रवीन्द्रनाथ ठाकुर एवं महाराणा प्रताप के जयन्ती के उपलक्ष्य पर उनके छायाचित्र पर विद्यालय के प्राचार्य डॉ॰ ए॰ के॰ सिंह के द्वारा माल्यार्पण एवं विद्यालय के अध्यापक एवं अध्यापिकाओं के द्वारा पुष्प अर्पित किए गए ।विद्यालय के प्राचार्य डॉ॰ ए॰ के॰ सिंह ने कहा कि रवीन्द्रनाथ ठाकुर एक महान भारतीय कवि थे। वे सम्पूर्ण एशिया के नोबेल विजेता प्रथम व्यक्ति थे।
भारत को गीतांजलि के माध्यम से राष्ट्रगान देने वाले महान सपूत रवींद्रनाथ ठाकुर ही थे। उनका जन्म 7 मई 1861 में कोलकाता के जोर साँको में हुआ। इनके माता का नाम शारदा देवी और पिता का नाम देवेन्द्रनाथ ठाकुर था। वे बहुत कम उम्र में ही कविता लिखना शुरु कर दिए थे। उन्होने कविताएँ, लघु कहानियाँ, गाने, निबंध एवं नाटक लिखें। उनकी गीतांजलि नामक प्रसिद्ध पुस्तक के लिए 1913 में उन्हें साहित्य नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
महाराणा प्रताप का जन्म 1597 उदयपुर मेवाड़ में हुआ था। वीरता और दृढ़ प्रतिज्ञा के लिए इतिहास में प्रसिद्ध रहे महाराणा प्रताप ने मुगल सम्राट अकबर से लोहा लिया। मेवाड़ की शौर्य भूमि में महाराणा प्रताप की वीरता गूंजती है। उनका प्रिय घोड़ा इतिहास में चेतक के नाम से प्रसिद्ध है। महाराणा प्रताप का बचपन भील समुदाय के साथ बीता। भील अपने पुत्र को कीका कहकर पुकारते है इसलिए भील महाराणा प्रताप को कीका नाम से पुकारते थे। महाराणा प्रताप ने युद्ध कला की बारिकियाँ भी भीलों से सीखी थी।
प्राचार्य ने कहा कि अकबर से पराजित महाराणा प्रताप ने परिवार सहित जंगल में घास की सूखी रोटी खाते हुए व्यतीत किया साथ ही अन्य तथ्यों के साथ गुरुदेव रवीन्द्र नाथ ठाकुर एवं महाराणा प्रताप के जीवन पर प्रकाश डाले।
विद्यालय की अध्यापिका शिवांगी आनन्द, शिवली मोहेश, नबोनिता चक्रवर्ती, नबेन्दु दास, राकेश कुमार, राजीव मिश्रा एवं नन्द दुलाल ने गुरुदेव रवीन्द्र नाथ ठाकुर के जीवन पर आधारित काव्य पंक्तियाँ प्रस्तुत की गई।
इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक तथा शिक्षिकाएँ उपस्थित रहे।