कोडरमा। डोमचांच थाना क्षेत्र अंतर्गत चंचाल पहाड़ी स्थित पत्थर खदान में सोमवार की दोपहर चाल धंसने से तीन मजदूर के दबने का मामला प्रकाश में आया था। जिसमें एक मजदूर सिमरिया निवासी लालमोहन मेहता गंभीर रुप से घायल हो गया। वहीं बताया जाता है कि, खदान में काम करने के दौरान पत्थर और मिट्टी का मलबा गिरा। मलबा गिरने के कारण तीन मजदूर मलबे में दब गए, जिसमें एक मजदूर की मौत व एक मजदूर का पैर टूट गया। हलांकि प्रशासन के द्वारा मजदूर की मौत और घटना की पुष्टि नही की जा सकी है। वहीं खादान संचालक द्वारा घटना के बाद स्थानीय पुलिस को भी जानकारी नही दी गई।
इस मामले में थाना प्रभारी प्रेम कुमार ने कहा कि किसी भी तरह की घटना की जानकारी नहीं मिल पाई है। सोशल मीडिया और आपके जरिए मामला का पता चला जिसके बाद तुरंत गश्ती टीम को घटनास्थल पर भेजा गया। वहीं घटना के बाद से खदान संचालक के द्वारा पूरे मामले को दबाने का प्रयास किया गया। मिली जानकारी के अनुसार खदान अमिताभ चैधरी का बताया जा रहा है। विदित हो कि जिले के डोमचांच में संचालित पत्थर खदानों में न ही बेंचिंग-फेंसिंग है और न ही खान सुरक्षा मानकों व मजदूरों की सुरक्षा का ख्याल रखा जा रहा है। मानों सुरक्षा मानकों की अनदेखी प्रशासन को खुली चुनौती दे रही है, या प्रशासन की मिली-भगत से खदान संचालित किए जा रहे हैं। इस अनदेखी के कारण आए दिन खदान में दुर्घटनाएं होती रहती हैं। फिर दुर्घटना के बाद मामले को दबाने का प्रयास किया जाता है और परिजनों को रुपये देकर उनका मुह चुप करा दिया जाता है।
खदान का लीज कुछ माह बचा हुआ होने के कारण दिन-रात लगातार हेवी ब्लासिं्टग कर बोल्डर निकाला जा रहा है और बिना चलान के ढुलाई की जा रही है। वहीं कुछ जगहों पर लीज एरिया से अधिक जमीन में अवैध खनन किए जाने का भी मामला है, जिसके कारण चंचाल पहाड़ का अस्तित्व भी लगभग खत्म हो चुका है। आने वाले समय में चंचाल पहाड़ खाई के रूप में तब्दील हो जाएगी। प्रशासन की अनदेखी या लापरवाही के कारण आज पूरा चंचाल पहाड़ का अस्तित्व खत्म हो चुका है।