मोतिहारी। जिले के नेपाल सीमा से लगे प्रखंड क्षेत्र में कच्छा बनियान गैंग के हथियारबंद डकैतो का कहर जारी है।बीते पांच छह दिनो में इस गैंग के सदस्यों ने पांच बड़ी भीषण डकैती की घटना को अंजाम देते हुए लोगों के करोड़ो की संपत्ति लूट ली है। इस घटना ने पुलिस प्रशासन की रातो की नींद उड़ा दी है।
एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने घटना के उद्भेदन के लिए गत दिनो निलंबित किये गये पुलिस अधिकारियों का निलंबन समाप्त करते हुए उन्हे डकैती निरोधक दस्ता की जिम्मेदारी सौंपते हुए कार्रवाई तेज करने की बात कही है।
लोगों के बीच यह चर्चा आम है कि बॉर्डर की सुरक्षा में तैनात एसएसबी की क्या भूमिका है।एक तरफ एसएसबी बॉर्डर की सुरक्षा में है, फिर भी एक दो नहीं बल्कि 50 -60 की संख्या में बम और अन्य घातक हथियारों से लैस डकैत घटना को अंजाम देकर भारतीय बॉर्डर को पार कैसे कर जा रहे है। क्या भारत-नेपाल सीमा पर रात्रि के समय एसएसबी की पेट्रोलिंग में कोताही बरती जा रही है? क्या एसएसबी और पुलिस के बीच समन्वय का अभाव है?ऐसे ढेरो सवाल कहे सुने जा रहे है और यह कहा जाना स्वाभाविक है क्योंकि, अब तक जो डकैती की घटना हुई है,वह स्थान से नेपाल सीमा से महज कुछ ही दूरी पर स्थित है और इन स्थानों पर एसएसबी का कैम्प भी है।
उल्लेखनीय है कि अब तक जो घटनाएं हुई है सभी तरीके एक समान देखने को मिल रहा है। यह गिरोह अपने साथ शक्तिशाली बम भी लेकर आ रहे है।साथ ही इनका सूचना तंत्र भी काफी मजबूत है।घटना को अंजाम देने और बार्डर पार करने की टाइमिंग को देखते हुए ऐसा कहा जा सकता है कि इस गिरोह के कुछ लाइनर भारतीय क्षेत्र में भी मौजूद है।ऐसे ही दो लाइनर को पुलिस ने बीते कल यानि गुरुवार को सीमा पार करते गिरफ्तार किया है।
इन घटनाओं के बाद हिन्दुस्थान समाचार की टीम ने सीमा क्षेत्र का दौरा किया। जिसमे कई एसएसबी कैंप और थाना क्षेत्र में देखा गया कि सीमा क्षेत्र से जुड़े इलाके में बड़ी संख्या में नेपाली नंबर की वाहन की आवाजाही हो रही है।लोग आसानी से खुली सीमा से बिना सुरक्षा जांच के आ जा रहे है।ऐसे में बम,हथियार मादक द्रव्यों के साथ देश विरोधी तत्वों का सीमा पर सक्रिय होना स्वाभाविक है।