(अवधेश सिंह)
अलकडीहा( झरिया)। लोदना प्रबंधन द्वारा एनटी एसटी जीनागोरा एकीकृत परियोजना को एमडीओ मोड में देने के विरोध में संयुक्त मोर्चा के बैनर तले कर्मियों ने जीनागोरा कार्यालय के समीप सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। प्रबंधन विरोधी नारे लगाए गए। निजी मालिकों के हाथो मे परियोजना देना बंद करें आदि नारे भी लगाए गए। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन एकीकृत एनटीएसटी जीनागोरा विभागीय परियोजना को निजी मालिकों के हाथों में एमडीओ मोड़ के तहत देना चाह रही है। जिसकी प्लानिंग पूरी तरह से हो चुकी है। यूनियन नेताओं का कहना था कि यदि विभागीय परियोजना एमडीओ मोड में चली गई तो ठेकेदारों के द्वारा परियोजना से कोयला निकालने का काम किया जाएगा। कोयला बेचने का अधिकार भी उन्हीं को मिलेगा।
1309 कर्मियों भविष्य पर खतरा:
जिससे यहां के काम करने वाले 1309 मजदूरों की स्थिति बद से बदतर हो जाएगी। मजदूरो की छटनी होगी तथा सरप्लस मजदूर दिखाकर दूसरे सब्सिडियरी में मजदूरों को भेजने का काम किया जाएगा नहीं तो जबरन वीआरएस दिलाकर नौकरी से छुट्टी कर दी जाएगी। प्रत्येक माह वेतन मिलना मुश्किल हो जाएगा। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि लोदना क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। संयुक्त मोर्चा के नेताओं का कहना है कि किसी भी कीमत पर परियोजना को एमडीओ मोड में जाने नहीं दिया जाएगा।
कल एनटीएसटी गेट पर प्रदर्शन:
इसके लिए 7 नवंबर को एनटीएसटी कार्यालय के मुख्य द्वार पर जोरदार विरोध प्रदर्शन कर प्रबंधन को मांग पत्र सौंपा जाएगा। संगठन को मजबूत बनाने तथा प्रबंधन पर दबाव डालने के लिए अधिक से अधिक संख्या में मजदूरों को विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए आवाहन किया।
ये रहे शामिल:विरोध प्रदर्शन करने वालों में संयुक्त मोर्चा के संयोजक रितेश निषाद ,अनिल सिंह ,राय बाबू सिंह, धर्मेंद्र राय , विनोद पासवान, गणेश पासवान , सुजीत मंडल, उज्जवल दे, मनोज पासवान लक्ष्मीकांत निषाद, केल्विन तिर्की, फागु नापित, वीरेंद्र पासी, कन्हैया सिंह, संतोष मिश्रा, बंटी सिंह,आदि शामिल थे।