अमृतसर। श्री हरमिंदर साहिब के पास पिछले छह दिन में तीन धमाकों के मामलों की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है। इन विस्फोटों को लेकर पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने एक किलो से अधिक विस्फोट भी बरामद किया है।
गुरुवार को पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने पत्रकार वार्ता में बताया कि तीनों धमाकों के आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। डीजीपी यादव ने बताया कि इनकी पहचान आजाद वीर सिंह, अमरीक सिंह, साहिब सिंह, हरजीत सिंह और धर्मिंदर सिंह के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि आजादवीर सिंह और अमरीक सिंह ने आईईडी प्लांट किया था। आजादवीर के पास से 1.1 किलो विस्फोटक बरामद किया है, जबकि अमरीक सिंह की पत्नी से पूछताछ की जा रही है। हाल ही में श्री हरमंदिर साहिब के पास हेरिटेज स्ट्रीट में पहला धमाका 6 मई और दूसरा 8 मई को हुआ था।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इस मामले में पुलिस सतर्क थी और लगातार सीसीटीवी कैमरे चेक कर रही थी। दो धमाकों के बाद पुलिस आरोपितों के करीब पहुंच गई थी। इसी बीच 10 मई की रात करीब 12 बजे तीसरा धमाका हुआ। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर पांच लोगों को दबोच लिया गया। उन्होंने दावा किया कि गिरफ्तार लोगों ने प्रारंभिक जांच में अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। उन्होंने ही पहले भी विस्फोट किए हैं। साथ ही कई बड़े खुलासे किए हैं।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपित आजाद वीर सिंह निवासी गांव वडाला कलां, जिला अमृतसर ग्रामीण, अमरीक सिंह निवासी गुरदासपुर, साहब सिंह निवासी गेट हकीमा अनगढ़ अमृतसर और धर्मिंदर व हरजीत निवासी 88 फुट रोड, अमृतसर के हैं।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि आजाद वीर सिंह बुधवार की रात करीब 12 बजे सराय के बाथरूम में गया और उसके पीछे पार्क में बम विस्फोट कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि इन आरोपितों ने मिलकर पहले पांच हजार रुपये में पटाखा बनाने की सामग्री खरीदी और उसमें पत्थर डालकर ट्रायल किया। सफलता मिलने पर उन्होंने और बम तैयार किए। पुलिस ने पांचों लोगों के पास से 1100 ग्राम विस्फोटक सामग्री, रसायन और कुछ कट्टरपंथी साहित्य भी बरामद किया गया है।