अमेरिका के दौरे पर गए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान कहा था, “सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि यह लड़ाई किस बारे में है? लड़ाई राजनीति की नहीं हैं लड़ाई इस बारे में है कि क्या एक सिख के रूप में उन्हें भारत में पगड़ी पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं, एक सिख के रूप में उन्हें भारत में कड़ा पहनने की अनुमति दी जाएगी या नहीं। क्या एक सिख गुरुद्वारा जाने में सक्षम होगा? लड़ाई इसी बारे में है और सिर्फ उनके लिए नहीं बल्कि सभी धर्म के लिए है।इस बयान को लेकर भारत में हंगामा मचा हुआ है।
बीजेपी का राहुल पर पलटवार
इस बयान को लेकर देश में राहुल की जमकर आलोचना हो रही है। सरकारी सूत्रों ने इसे कांग्रेस सांसद के विवेकहीन व्यवहार का एक और उदाहरण बताया है। एक सूत्र ने कहा, “ऐसा तब होता है जब आप बिना ब्रीफिंग के बोलना शुरू करते हैं। बाहर देश के खिलाफ बोलने से पन्नू जैसे लोगों को बढ़ावा मिलता है। भारत में कोई भी सिख दुखी नहीं है और आंतरिक मामलों को आंतरिक रूप से सुलझाया जाएगा।”
केंद्रीय मंत्री ने राहुल पर लगाए गंभीर आरोप
इससे पहले केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी राहुल गांधी की टिप्पणियों की आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि उनकी भाषा खालिस्तानी अलगाववादी पन्नू के लहजे से मेल खाती है जो भारत में आतंकवाद के आरोपों में वांटेड है। हरदीप पुरी ने कहा, “राहुल की भाषा भगोड़े और न्यूयॉर्क में रहने वाले पन्नू से काफी मिलती-जुलती है। क्या वह उससे मिल रहे हैं?” वहीं बीजेपी प्रवक्ता आरपी सिंह ने राहुल को 1984 में कांग्रेस राज के दौरान सिख दंगों को याद दिलाते हुए इस तरह के बयान को दोहराने पर उन्हें कोर्ट में घसीटने की धमकी दी है।
मैं रिजर्वेशन के खिलाफ नहीं हूं
राहुल गांधी अमेरिका दौरे पर हैं यहां उन्होंने आरक्षण को लेकर एक बयान दिया है। इस बयान से देश का सियासी पारा हाई हो गया है। इस बीच वाशिंगटन डीसी से राहुल गांधी ने सफाई दी है। राहुल गांधी ने कहा कि मेरे बयान को गलत तरीके से दिखाया गया है। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आरक्षण की सीमा 50 फीसदी से ज्यादा करेगी। उन्होंने कहा कि मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं। हम तो सभी की भागीदारी के लिए राजनीति कर रहे हैं।
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वाशिंगटन में मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर उनकी पार्टी को गलत समझा गया है। वो 50 प्रतिशत से आगे बढ़कर आरक्षण देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम जो कह रहे हैं वह केवल आरक्षण के विचार से अलग है। हम, जो चल रहा है उसकी व्यापक समझ चाहते हैं और फिर इसे ठीक करने के लिए नीतियों की एक सीरीज लागू करना चाहते हैं, आरक्षण भी उनमें से एक है। राहुल गांधी ने कहा, ‘हम आरक्षण को 50 प्रतिशत से आगे बढ़ाने जा रहे हैं। मैं बार-बार यह कहता रहा हूं और कभी भी आरक्षण के खिलाफ नहीं रहा हूं। कल किसी ने मेरे बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया कि मैं आरक्षण के खिलाफ हूं। लेकिन मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं। हम चाहते हैं कि आरक्षण 50% हो।’
पीएम मोदी पर भड़के राहुल
राहुल गांधी ने पीएम मोदी की सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि 2014 से भारत का राजनीतिक परिदृश्य बदल गया है। राहुल गांधी ने इसे एक आक्रामक दौर बताया जो पहले कभी नहीं देखा गया। राहुल गांधी ने कहा कि 2014 से भारत एक नए राजनीतिक दौर में प्रवेश कर गया है। उनके अनुसार, यह दौर आक्रामकता से भरा है और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला कर रहा है। राहुल गांधी ने इसे एक कठिन लड़ाई बताया लेकिन साथ ही इसे एक अच्छी लड़ाई भी कहा। उनके अनुसार, चीजें बदल गई हैं।
चीन ने लद्दाख में दिल्ली जितनी जमीन कब्जाई
चीन ने लद्दाख में 4000 स्कवेयर किलोमीटर यानी कि दिल्ली जितनी जमीन पर कब्जा कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे संभालने में नाकाम रहे हैं।राहुल गांधी कहा कि मोदी सरकार ने चीन की बढ़ती ताकत को नजरअंदाज किया, जिसका नतीजा देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। उन्होंने सवाल किया कि अगर अमेरिका में ऐसा होता, तो क्या वहां के राष्ट्रपति इसे इसी तरह से निपटाते?
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