कानपुर । एक ओर जहां लोगों और अधिकारियों के जहन में कानपुर के जाम को लेकर एक भ्रांति बनी हुई है कि कानपुर के जाम को कोई नहीं सुधार सकता है तो उसको लेकर डीसीपी ट्रैफिक रवीना त्यागी ने इस भ्रांति को खत्म करने का बीड़ा उठाया है । आईपीएस रवीना त्यागी ने जब से ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने का जिम्मा उठाया है वह लगातार सड़कों पर उतर कर खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रही हैं। जिसके चलते कानपुर के जाम से काफी हद तक जनता को राहत मिली है।
कई जगह रास्तों को बंद किया गया जिससे कुछ दिनों तक लोगों को परेशानी जरूर हुई पर आज वही रास्तों पर रेंगने वाले वाहन बिना जाम के फर्राटा भर रहे हैं। कानपुर के जरीब चौकी, टाटमील, घण्टा घर, कल्यानपुर, कचहरी चौरहे जैसे बेहद जाम वाले चौराहों पर जाम की स्थिति को सही करने के लिए कई कदम ऊठाये गए हैं। कई जगह बेरिकेटिंग लगाई गई है तो कई चौराहों पर अतिरिक्त पुलिस और होम गार्ड को लगाया गया है। इस वक़्त यातायात नियमों को सुधारने के लिए किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नही की जा रही है। सड़क पर चलने वाला हर व्यक्ति भले ही वो वीआईपी या पुलिस विभाग का ही क्यों न हो अगर कानून तोड़ रहा है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। चालान काटने के साथ लोगों को हिदायत भी दी जा रही है।
अतिरिक्त काम कर रहे पुलिसकर्मी
वहीं जब बात अगर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की करें तो इस वक़्त उनकी सतर्कता भी चौराहों पर साफ देखने को मिल रही है। चौराहों पर एक किनारे खड़े होकर समय काटने वाले और जनता से आरोपित वसूली करने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मी आज चौराहों पर काम करते नजर आ रहे हैं। ट्रैफिक में काम करने वाले पुलिस कर्मी बताते हैं कि जब से मैडम आईं हैं तब से उनको शांति से बैठने को नहीं मिला है ऊपर से आदेश आते हैं और ट्रैफिक को सही करने के लिए हमको लगना भी पड़ता है। मैडम के पास कोई सिफारिस नहीं चलती है अगर किसी पुलिस कर्मी की लापरवाही दिखती है तो उस पर कार्यवाही भी होती है। जिस तरह कानपुर के लोगों को जाम से निजाद दिलाने के लिए यह आईपीएस काम कर रहीं हैं इससे देखा जा सकता है बहुत जल्द जाम के लिए बदनाम यह शहर एक नई पहचान जरूर बना पायेगा।