झरिया। भारतवर्ष के नवरत्न कंपनियों में सेल का नाम शुमार है। सेल के कोयला ढुलाई के नाम पर कोयला में घटिया किस्म का छाई मिलाने का गोरखा धंधा जोरो पर चल रहा है। सेल कंपनी में काम करनेवाले का सामाजिक स्तर काफी रशुकदार है। बुधवार को अहले सुबह गुप्त सुचना सेल के कांटा बाबू को हुआ कि कुछ गाड़ियों का कांटा नहीं करना है। उसके बाद सेल के एजीएम ए. मांझी को भी सूचना दी गयी कि कुछ गाड़ियों का कांटा नहीं करवाया जाए। उसके बाद जनता श्रमिक संघ के अध्यक्ष साजन सिंह, यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन के शाखा सचिव पवित्र महतो उर्फ, संजू महतो, भारतीय मजदूर संघ के मिथुन महतो मौके पर पहुँचे। एवं चार हाईवा के मेटेरियल का जाँच करवाया गया।
जांच में रामनगर के कोयला की जगह पत्थर एवं मिट्टी लदा था। तीनों ने आपने ब्यान में सिक्योरिटी इंचार्ज संजय तिवारी, ट्रांसपोर्टर मुकेश सिंह एवं सेल प्रबंधक को दोषी माना। साजन सिंह एवं संजू महतो ने प्रबंधक को सबसे पहला दोषी माना क्योंकि ट्रांसपोर्टर जब रेट से 40 प्रतिशत नीचे जा कर काम लेगा तो वो ईमानदारी एवं समाजसेवा तो कतई नहीं कर सकता, अपितु चोरी, हेरा- फेरी, मिलावट ही करेगा।
वही मुकेश सिंह भी काम इसलिए 40 प्रतिशत नीचे जा कर लिया क्योंकि उनका मकशद दो नम्बरी करने करना था।संजू महतो ने अपने ब्यान में मांग की है कि इस मिलावट कि जाँच सिमफर में हो ताकि दूध का दूध एवं पानी का पानी हो जाए।