रांची। राजधानी रांची में बुधवार को विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाया गया। अलग- लग आदिवासी संगठनों में एकता देखने को मिली। हजारों की संख्या में आदिवासी महिला-पुरुष पैदल मार्च करते हुए अल्बर्ट एक्का चौक पहुंचे। इस दौरान उनके हाथों में विश्व के आदिवासी एक हों, प्रकृति के रक्षक हो, आदिवासी जिंदाबाद के नारे लिखे तख्तियां भी देखने को मिली।
अल्बर्ट एक्का चौक पहुंचने के बाद आदिवासी संगठनों ने झारखंड के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें माल्यार्पण किया। इसके बाद नागपुरी गीतों के साथ विश्व आदिवासी दिवस का आगाज किया। इस दौरान महिलाएं लाल पाड़ साड़ी पहनकर मांदर की थाप पर नृत्य करते नजर आयीं। महिलाएं एवं पुरुष हाथ में हाथ डालकर थिरकते नजर आए। आदिवासी संगठनों ने बुधवार को हरमू से अरगोड़ा चौक तक मार्च निकाला। संगठन के नेताओं ने चौक स्थित शहीद वीर बुधु भगत की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
कोकर, बरियातू सहित अन्य स्थानों से भी आदिवासी संगठनों ने मार्च निकाला और अल्बर्ट एक्का चौक पहुंचे। राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा की। सरना झंडा थामे और पारंपरिक लिबास पहने नौजवानों ने आदिवासियों के अधूरे हक की मांग की। ‘एक तीर एक कमान, आदिवासी एक समान’ के जमकर नारे लगाए गये। अलग-अलग संगठनों के मार्च की वजह से हरमू रोड की ट्रैफिक व्यवस्था थोड़ी देर के लिए थम गई। इस दौरान सभी सड़कों पर जाम लगा रहा। ट्रैफिक पुलिस और पुलिस सड़कों को जाम मुक्त करने में जुटी रही।