विशेष संवाददाता
जमशेदपुर। लौहनगरी में चाचा और भतीजे की राजनीति एक दशक से यहां के मतदाता बड़े ही चटकारे लेकर देखते आ रहे हैं। कब इन दोनों के बीच आपसी स्नेह हिलोरे मारने लगता है,और कब राजनीति में एक-दूसरे के जानी दुश्मन बन जायेंगे,इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। राजनीति के ये चाचा व भतीजा हैं पूर्व मंत्री और वर्तमान में जमशेदपुर पूर्व के विधायक सरयू राय और झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री व जमशेदपुर पश्चिम के विधायक बन्ना गुप्ता। फिलहाल दो माह से दोनों के बीच राजनीतिक हमला जारी है। वायरल विडियो और पिस्टल के लाइसेंस को लेकर चाचा भतीजे पर लगातार प्रहार कर उनका बारह बजाये हुए हैं।
किन्तु,आज एक सकारात्मक मुद्दे को लेकर दोनों आमने-सामने हैं, यह मुद्दा है स्वर्णरेखा और खरकाई नदी के प्रदूषण का। अब लौहनगरी जमशेदपुरवासियों को एक उम्मीद बंधती है कि चाचा-भतीजे के इस नदी प्रेम में शायद नदी का भला हो,और पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत नदी में गिरने वाले शहरी नालों के पानी को ट्रिटमेंट करने के लिए एक दर्जन से अधिक एसटीपी की स्थापना हो सकें।फिलहाल, शहर से निकलने वाले घरों एवं उद्योगों के गंदे पानी के नाले इन नदियों को इतना प्रदूषित कर रहे हैं कि इनके अस्तित्व पर ही खतरा मंडराने लगा है तो दूसरी ओर, नदी के किनारे स्थित जलापूर्ति योजनाओं को प्रदूषित पानी से चलाना मुश्किल हो रहा है।
टाटा स्टील यूआइएसएल के साकची पंप हाउस के वाटर ट्रिटमेंट प्लांट में स्वर्णरेखा नदी के पानी और डिमना लेक के पानी को मिला कर ट्रिट किया जा रहा है तो वहां पानी की गुणवत्ता ठीक है किन्तु मोहरदा और मानगो जलापूर्ति योजना की गुणवत्ता को बनाये रखना मुश्किल हो रहा है। नदी में पानी का प्रवाह कम होने से नालों से आने वाले पानी का प्रवाह ज्यादा तेज है जिससे नदी का पानी से दुर्गंध आ रही है और रंग भी काला हो रहा है। ऐसे में जलापूर्ति परियोजनाओं को पानी ट्रिट करना मुश्किल हो रहा है। इसका सीधा असर पानी की गुणवत्ता पर पड़ रहा है।आइए बताते हैं कि चाचा और भतीजा अलग-अलग इन दोनों नदियों को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए क्या कर रहे हैं?
स्वर्णरेखा के गिरते जल स्तर पर सीएम से मिले बन्ना गुप्ता
चांडिल डैम से पानी छोड़वायेंगे, नदियों में गिरने वाले नालों का डिटेल्स मांगा
झारखंड सरकार के मंत्री श्री बन्ना गुप्ता द्वारा जमशेदपुर की लाइफलाइन स्वर्णरेखा नदी के घटते जल स्तर एवं बढ़ते जल प्रदूषण के आलोक में जल संसाधन विभाग के विभागीय मंत्री सह मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन एवं विभागीय सचिव से स्वर्णरेखा नदी के संरक्षण एवं सौंदर्यकरण हेतु विस्तृत चर्चा की गई।
इस अवसर पर मंत्री बन्ना गुप्ता ने जल संसाधन विभाग के मंत्री सह माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी से आग्रह किया है कि सचिव को निर्देशित कर चांडिल डैम से संतुलित जल प्रवाह छोड़ने का इंतजाम किया जाए। जिससे स्वर्णरेखा नदी में जमे गंदे पानी एवं जलकुंभी बह जाएगा एवं जल के प्रदूषण स्तर में तत्काल सुधार आ जाएगा। जमशेदपुर शहर के नालों के पानी का नदी में सीधा संचार होना स्वर्णरेखा नदी के जल प्रदूषण का मुख्य कारण बनता जा रहा है।
साथ ही मंत्री बन्ना गुप्ता ने जल्द एक उच्चस्तरीय बैठक जमशेदपुर उपायुक्त को बुलाने का निर्देशित किया है एवं जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति, मानगो अधिसूचित क्षेत्र समिति एवं टाटा स्टील यूटिलिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को स्वर्णरेखा नदी से मिल रहे सभी छोटे एवं बड़े नालों का विवरण उक्त बैठक में प्रस्तुत करने को कहा है।
स्वर्णरेखा नदीं में जमशेदपुर शहर के कई छोटे-बड़े नालों का गंदा पानी जाता है, जिससे नदी प्रदूषित होती है। जिसका संज्ञान लेते हुए उच्चस्तरीय बैठक बुलाई जा रही हैं। बैठक में नदी में गंदा पानी जाने से रोकने के लिए अभी तक कि क्या योजना बनी है एवं क्या बनाने की आवश्कता है पर निकायों एवं टाटा स्टील यूटिलिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड का मानक संचालन प्रक्रिया जाना जाएगा। उसके उपरांत जल्द वृहत कार्य योजना बना कर अर्बन डेवलपमेंट डिपार्टमेंट को भेजा जाएगा, ताकि नाले में आने वाले गंदे पानी को नदी में जाने से रोका जा सके।
मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि स्वर्णरेखा नदी और खरकई नदी के दोनों तरफ पेड पौधा बड़े पैमाने पर लगाने के लिए कार्य योजना भी तैयार की जाएगी। जिससे नदी के दोनो तरफ मनोरम स्थल विकसित होगा। जहाँ पर सुबह एवं संध्या समय जमशेदपुर के सभी वरिष्ठ नागरिक शांत क्षण बिता सकें साथ ही प्राकृतिक वातावरण का लाभ भी ले सकें।
मंत्री बन्ना गुप्ता ने आगे कहा कि जमशेदपुर में बड़े पैमाने में आम जनता फ्लैट में निवास करती है, वैसे सभी लोग नदी के किनारे आने वाले समय में पहुँच कर अच्छे प्राकृतिक वातावरण का लाभ प्राप्त करेंगे। जो निकट भविष्य में दिखने लगेगा। इस विषय पर विगत चार महीने से कार्य योजना पर विचार विमर्श की जा रही है। विगत कुछ माह पूर्व दोमुहानी का साफ सफाई तथा नदी में गंदे नाले के पानी को प्राकृतिक विधि से शुद्ध करने के प्रथम प्रयोग को किया गया, जिसमें व्यापक सफलता मिली है। अब नदी को पूर्ण रूप से साफ रखने के कार्य योजना पर कार्य की जा रही है। जो आम जनता को देखने को मिलेगा।
जमशेदपुर के नागरिकों के लिए स्वर्णरेखा नदी एवं खरकई नदी के संगम स्थल दोमुहानी में अन्तरराष्ट्रीय स्तर का गंगा आरती दो बार आयोजित कर आम जनता को आस्था से जोड़कर नदी के प्रति स्वच्छता की प्रतिबद्धता को दशार्या गया।
इस विषय पर सफल कार्य योजना को क्रियान्वित करने के लिए विशेषज्ञों के साथ सलाह भी प्राप्त की जा रही है।
मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मैं गरीब का बेटा हूँ, मेरा बचपन और युवावस्था नदी के बीच बीता है। नदी हमारी माँ समान है, इसे स्वच्छ रखने के लिए कोई कसर नही छोडूंगा।