नई दिल्ली: सीबीआई ने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में लैंड फॉर जॉब घोटाले मामले में चार्जशीट दाखिल की है।लालू यादव परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। चार्जशीट में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और कंपनियों समेत कई अन्य लोगों के नाम आरोपी के तौर पर शामिल हैं। लैंड फॉर जॉब स्कैम से संबंधित केस में पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और कई अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।
जानकरी के मुताबिक, सीबीआई ने जो चार्जशीट दाखिल की है वह एक फ्रेश चार्जशीट है। लैंड फॉर जॉब घोटाले में तेजस्वी यादव, लालू यादव, राबड़ी देवी और अलग-अलग तत्कालीन सरकारी अधिकारियों के खिलाफ फ्रेश चार्जशीट दाखिल की गई है। इससे पहले लैंड फॉर जॉब के एक अलग जोन में लालू और राबड़ी के खिलाफ चार्जशीट अलग दाखिल हो चुकी है। इस मामले में वो जमानत पर हैं। अब तीनों के खिलाफ फ्रेश चार्जशीट दाखिल की गई है। अब इस मामले में राऊज एवेन्यू कोर्ट में 12 जुलाई को कोर्ट में फ्रेश चार्जशीट पर सुनवाई होगी।
क्या है पूरा मामला
लैंड फॉर जॉब कथित घोटाला उस वक्त हुआ था, जब लालू यादव रेल मंत्री थे। यह समय था 2004-09 के बीच का। तब केंद्र में यीपीए-1 की सरकार थी। सीबीआई का आरोप है कि भारतीय रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में समूह ‘डी’ के पदों पर कई लोगों को नियुक्त किया गया था। इसके बदले में संबंधित लोगों ने तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव के परिवार के सदस्यों को और इस मामले में लाभार्थी कंपनी ‘एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड’ को अपनी जमीन दी थी।
इस मामले में सीबीआई ने पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से पूछताछ की थी। ईडी ने इस संबंध में पिछले दिनों देश के कई राज्यों में छापामार कार्रवाई की थी। ऐसी खबरें थीं कि ईडी को अपराध में इस्तेमाल किए गए 600 करोड़ रुपए के लेनदेन की जानकारी मिली है। इस मामले ईडी तेजस्वी यादव उनकी बहन मीसा भारती समते मामले से जुड़े कई अन्य लोगों से पूछताछ कर चुकी है।
पूर्व विधायक भोला यादव व हृदयानंद का भी नाम शामिल है। भोला यादव को सीबीआई ने 27 जुलाई, 2023 को गिरफ्तार किया था। लालू यादव 2004 से 2009 के दौरान रेल मंत्री थे, उस दौरान भोला यादव उनके ओएसडी थे। यह मामला लालू के परिवार को तोहफे में या बेची गई जमीन के बदले में रेलवे में कथित तौर पर नौकरी दिए जाने से संबंधित है। आरोप है कि 7 लोगों को जमीन के बदले नौकरी दी गई थी, जिसमें 2 जमीनें लालू के परिवार को गिफ्ट की गई थीं, जबकि बाकी 5 जमीनें काफी कीमत पर खरीदी गई थीं। आरोप है कि जमीनें राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी ली गईं। यह भूमि प्रचलित सर्किट रेट से कम और बाजार दर से काफी कम कीमत पर अधिग्रहित की गई थीं। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है।