श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने मंगलवार को कहा कि घाटी में आतंकवाद कम हुआ है, लेकिन अभी भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व क्षेत्र में शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर पुलिस शहीदों के 19वें फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल के समापन पर पत्रकारों से बात करते हुए डीजीपी सिंह ने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद कम हो गया है लेकिन अभी भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व कश्मीर में शांतिपूर्ण माहौल को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं।
अपने भाषण में डीजीपी ने कहा कि फुटबॉल को लेकर लड़के-लड़कियों में काफी उत्साह देखकर उन्हें खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि डाउनटाउन के लड़के-लड़कियों में काफी प्रतिभा है और पुलिस जल्द ही डाउनटाउन में एक मेगा इवेंट आयोजित करेगी। डीजीपी ने कहा कि फुटबॉल की किक और हॉकी की स्टिक शहर के चेहरे पर लगा कलंक मिटा देगी। अतीत में शहर की काफी नकारात्मकता की गई है और अब इसकी सुंदरता और प्रतिभा दिखाने का समय आ गया है।
कुलगाम जिले में सैनिक के लापता होने के मामले में विदेशी आतंकवादियों की संभावना के बारे में डीजीपी ने कहा कि अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं है, लेकिन दक्षिण कश्मीर में विदेशी आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में इनपुट हैं और उनका पता लगाया जा रहा है। डीजीपी ने कहा कि हमें इस मामले में कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं और उम्मीद है कि हम जल्द ही मामले की तह तक पहुंचेंगे। मामले पर आगे टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी, क्योंकि जांच जोरों पर है।
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों की संख्या अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। पर्यटक शहर के इलाकों का दौरा करके इसकी सुंदरता की प्रशंसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीवन सुचारू रूप से चल रहा है। कश्मीर में पर्यटकों का अभूतपूर्व प्रवाह है, साथ ही अमरनाथ यात्रा का मेगा आयोजन सफलतापूर्वक और शांतिपूर्वक चल रहा है। डीजीपी ने कहा कि 34 साल के अंतराल के बाद श्रीनगर में मुहर्रम का जुलूस निकाला गया, जो दर्शाता है कि लोग शांतिपूर्ण माहौल का आनंद ले रहे हैं।
नार्काे-आतंकवाद के बारे में डीजीपी ने कहा कि इस ओर नशीले पदार्थों की बड़ी खेप भेजने के प्रयास जारी हैं, लेकिन पुलिस लगभग हर प्रयास को सफलतापूर्वक विफल कर रही है। उन्होंने कहा कि हम आपूर्तिकर्ताओं और नार्काे-आतंकवाद में शामिल श्रृंखला पर नकेल कस रहे हैं। हमने इस साल भी नशीले पदार्थों की बड़ी खेप जब्त की है।