झुमरीतिलैया (कोडरमा)। स्थानीय महात्मा गांधी नगर स्थित कैलाश राय सरस्वती विद्या मंदिर में बीर बाल दिवस का आयोजन किशोर सभा के माध्यम से किया गया। सर्वप्रथम वीर जोरावर सिंह और फतेह सिंह के संयुक्त चित्र पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण और पुष्पार्चन किया गया। तत्पश्चात सभा में उपस्थित भैया बहनों के समक्ष गुरु गोविंद सिंह के दोनों वीर सपूतों के बलिदान की कथा सुनाई गई।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रामानुज पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि मां भारती वीरों की जननी है। जब-जब समाज में विघटनकारी शक्तियां जागृत होती है तो उनका समूल नाश करने के लिए वह अपने सपूतों को जन्म देती है। इसी कड़ी में मुगल शासको के आतंक से जब संपूर्ण समाज पीड़ित था तो गुरु गोविंद सिंह के दोनों सपूतों ने अपने आप को जिंदा दीवार में चुनवाना उचित समझा, परंतु अपने धर्म को बदलना स्वीकार नहीं किया। कार्यक्रम का संचालन विजय मिश्रा के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में दोनों ही वीर बहादुर बालकों के कृतित्व से संबंधित एक चलचित्र का भी प्रदर्शन कराया गया। कार्यक्रम में भैया बहनों द्वारा भी कई देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए गए जबकि धन्यवाद ज्ञापन दीपक कुमार विश्वकर्मा के द्वारा किया गया।
मौके पर शर्मेंद्र कुमार साहू मनोज कुमार सिंह, नीरज कुमार, संजय कुमार महतो, विपिन कुमार, मुन्ना सिंह, विजय तिवारी, वीरेंद्र मिश्रा, वीरेंद्र प्रसाद, सुनील कुमार, प्रणव प्रभास, प्रभात सौरभ, संजय सिंह, शर्मिष्ठा शाहा, सोनी कुमारी, चंद्र कावेरी निहाल, रानी प्रसाद, रिमझिम सिंह, मोनिका कुमारी, सभी आचार्य एवं दीदी मौजूद थे।