डोमचांच (कोडरमा)। अस्ताचलगामी सूर्य को अघ्र्य देने के साथ तीन दिनी इतवार पर्व का समापन हो गया। इसके पहले शनिवार को भक्तों ने खरना का प्रसाद ग्रहण किया था। रविवार की शाम में श्रद्वालु व्रतियों के साथ प्रखंड के विभिन्न घाटों पर पहुंचे। वहां भगवान भास्कर के डूबते स्वरूप को अघ्र्य दिया। भक्तों ने भगवान सूर्य को अघ्र्य देकर अपने जीवन में खुशियों का आशीर्वाद मांगा। पर्व को लेकर बाजार में रविवार को काफी गहमागहमी रही।
लोगों ने फल, गुड़ और अन्य पूजा सामानों की खरीदारी की। बता दें कि मुख्य छठ के बाद पड़ने वाले रविवार को ही इतवार पर्व (रविवारी छठ) मनाया जाता है। वहीं इतवारी छठ के साथ पांच दिवसीय मेले का भी समापन हो गया। रविवार को अंतिम दिन मेले में काफी भीड़ देखी गई। बड़ों व बच्चों ने मेले का खूब आनंद उठाया। वहीं कहा जाता है कि इतवार छठ करने से व्रती को सुहागन व धन, वंश, वैभव आदि की प्राप्ति होती है।