कोडरमा। खरमास 16 दिसंबर से शुरुआत हो चुका है। अब एक महीने तक बैंड-बाजा और बारातों पर ब्रेक लग गया है। शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्य इस दौरान नहीं होंगे। पंडित मदन पांडेय के अनुसार 14 जनवरी मंगलवार को मकर संक्रांति के साथ सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे खरमास समाप्त होगा।
16 जनवरी से शुभ मुहूर्त
नये साल में 16 जनवरी 2025 से विवाह सहित अन्य मंगल कार्य शुरू होंगे। मिथिला पंचांग के अनुसार जनवरी में 10 दिन फरवरी में 14 दिन, मार्च में 5 दिन, अप्रैल में 9 दिन, मई में 15 दिन और जून में 5 दिन विवाह के लिए शुभ मुहूर्त है। हालांकि, जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्तूबर में विवाह के मुहूर्त है, क्योंकि इस दौरान भगवान विष्णु शयन में चले जाते हैं। नवंबर में 13 दिन और दिसंबर 2025 में सिर्फ तीन दिन विवाह का शुभ मुहूर्त है। कुल मिलाकर नये साल में शहनाई की आवाज 74 दिन तक गूंजेगी, जिससे सभी के दिलों में खुशी का माहौल होगा। विवाह के शुभ मुहूर्त के साथ ही शादी के आयोजनों में रौनक लौट आयेगी।
जनेऊ और मुंडन के शुभ मुहूर्त
वहीं जनेऊ और मुंडन के शुभ मुहूर्त भी 2025 में शुरू हो रहे हैं। जनेऊ के लिए शुभ मुहूर्त फरवरी से शुरू होंगे, जिनमें 3, 7, 9, 10 फरवरी, मार्च में 9, 10, अप्रैल में 7, 8 और मई में 2, 7, 8, 29 तारीखें विशेष रूप से शुभ मानी जायेगी। वहीं मुंडन का शुभ मुहूर्त 31 जनवरी से आरंभ होगा। फरवरी में 3, 7, 10, 17, मार्च में 6, 10, अप्रैल में 17, 30 और मई में 8, 9, 28 को शुभ मुहूर्त है।