मेदिनीनगर। छतरपुर थाना क्षेत्र के लोहराही स्थित दबघटवा पोखर के पास हुई शांति देवी (35) हत्याकांड का पुलिस ने दो वर्ष बाद उद्भेदन किया है। इस हत्याकांड में शामिल साजिशकर्ता समेत पांच आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। इस कांड की साजिशकर्मा महिला थी, उसे भी गिरफ्तार किया गया है। शांति देवी की हत्या अवैध देशी शराब बेचने की प्रतिस्पर्धा में करा दी गई थी।
शुक्रवार को एसपी कार्यालय में एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने इस कांड का उदभेदन करते हुए बताया कि 22 जुलाई 2021 को शांति देवी का शव बरामद हुआ था। शांति छतरपुर के उटवाढोड़ा में अपनी पांच साल की बेटी के साथ रहती थी और गुजर बसर करने के लिए घर पर ही महुआ शराब बनाकर बेचती थी। उसी जगह पर बैजंती देवी भी शराब बेचा करती थी। शांति के अड्डे पर भीड़ रहती थी, जबकि बैजंती के यहां लोग कम शराब पीने आते थे। ऐसे में बैजंती ने शांति की हत्या की योजना बनाई और अपने ननदोसी अजय राम की मदद से खाटीन के इम्तेयाज अंसारी (27), शाहजाद पावरिया (22), कन्हाई कुमार उर्फ मेसर साव (22) द्वारा शांति की हत्या कर शव को पोखर में फेंकवा दिया।
दूसरे कांड में गिरफ्तारी होने पर खुला राज
एसपी ने बताया कि वर्ष 2021 में शांति की हत्या होने के बाद मामला लंबे समय तक दबा हुआ था। इसी बीच फिरौती के लिए अपहरण मामले में दर्ज मुकदमा में इम्तेयाज अंसारी एवं कन्हाई कुमार उर्फ मेसर साव को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान दोनों ने शांति देवी हत्याकांड में भी अपनी संलिप्तता स्वीकार की। साथ ही अन्य शामिल आरोपियों एवं साजिशकर्ता के नाम सार्वजनिक किए।
दारू की लालच में की थी हत्या
एसपी ने जानकारी दी कि हत्या में शामिल सभी तीनों आरोपी बैजंती के पास शराब पीने जाते थे। बैजंती और अजय ने शांति की हत्या करने के लिए उनसे संपर्क किया और काम होने पर मंगनी में दारू पिलाते रहने की बात कही और कांड करने के लिए तैयार कर लिया। इस तरह तीनों आरोपियों ने दारू की लालच में शांति देवी की गला दबाकर हत्या कर दी। बैजंती देवी (34) पति धर्मेन्द्र राम सुपहा हुसैनाबाद की रहने वाली है, जबकि अजय राम (36) हैदरनगर के कबराकला का रहने वाला है, जबकि मृतका शांति देवी पति सुदेश्वर परहिया हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के महुदंड की रहने वाली थी।