कोडरमा। जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने खास कर आदिम जनजातियों और अभिवंचित वर्ग के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लोकाई बागीटांड रोड बिरहोर टोला के नजदीक करोड़ों की लागत से बनाये गए 30 शैय्या वाले अस्पताल भवन बिना इस्तेमाल के ही खंडहर में तब्दील हो चुका है, अस्पताल भवन और स्टाफ क्वार्टर की स्थिति इतनी भयावह है कि रात तो दूर लोग दिन में भी उस रास्ते से गुजरने में सहम जाते हैं। एक बड़े भू-भाग में बने इस अस्पताल भवन का उचित देखभाल और रखरखाव नही होने से भवन पूरी तरह खंडहर में तब्दील हो गया।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोकाई में 3 करोड़, 53 लाख 59 हजार 200 की लागत से 30 शैय्या वाले मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र निर्माण की स्वीकृति 31 मई 2008 को दी गयी थी और इस भवन के निर्माण के लिए आरईओ को कार्य एजेंसी बनाया गया था, योजना की स्वीकृति के उपरांत आरईओ के द्वारा निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया था। इतनी बड़ी राशि से न केवल अस्पताल भवन बनाना था बल्कि स्टाफ क्वार्टर के साथ-साथ अन्य जरूरी भवन भी बनाये जाने थे, योजना की स्वीकृति के बाद निर्माण कार्य शुरू हुआ और भवन भी लगभग पूर्ण किया गया, इसके एवज में 2 करोड़ 75 लाख का भुगतान भी किया गया, इतने बड़े राशि से भवन तैयार होने के बावजूद भी इस्तेमाल नही होने और उचित रूप से देखभाल नही होने के कारण भवन पूरी तरह खंडहर में तब्दील हो गया है।
आलम यह है कि भवन के खिड़की और दरवाजे में लगे पल्ले, ग्रिल आदि भी असामाजिक तत्वों द्वारा उखाड़ लिया गया है।