अररिया। फारबिसगंज में जमीन माफिया सक्रिय हैं और सरकारी भवनों को जमींदोज करने से भी गुरेज नहीं करते।दो तीन साल पहले जहां एसडीओ आवास और फारबिसगंज प्रखंड सह अंचल कार्यालय के सामने मध्य विद्यालय कर्बला धत्ता के भवन को रातों रात बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिया था।वहीं एक बार फिर शहर के जुम्मन चौक स्थित टीवी टावर के समीप वर्षों से तीन कमरों में बने सार्वजनिक शौचालय को रातों रात अंधेरे में बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिया।अज्ञात लोगों के द्वारा रातो रात सार्वजनिक शौचालय के जमींदोज होने की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में सुबह में स्थानीय लोग जमा हो गए और जमीन माफिया के इस कृत्य पर नाराजगी जाहिर की।
तत्कालीन सांसद सुकदेव पासवान ने तीन कमरों वाला सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया गया था और वर्षों से कार्यरत था।अगल बगल के सैकड़ों लोगों द्वारा इस सार्वजनिक शौचालय का उपयोग किया जाता था।रातों रात सार्वजनिक शौचालय को जमींदोज कर दिए जाने से स्थानीय लोगों में तीव्र आक्रोश है।
सूचना पर राजस्व अधिकारी हिंदुजा भारती श्री मौके पर पहुंच कर ध्वस्त किये गए सार्वजनिक शौचालय का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगो से इस मामले में जानकारी ली।जुम्मन चौक सहित आसपास के वैसे परिवार के लोग उक्त सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल करते थे जिसके पास शौचालय नही है।इसके अलावे राहगीरों एनके द्वारा भी इसका इस्तेमाल किया जाता था।आक्रोशित स्थानीय लोगो ने राजस्व अधिकारी से इस संदर्भ में जांच कर दोषियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने की मांग की है।वहीं राजस्व अधिकारी हिंदुजा भारती श्री ने पूछे जाने पर कहा कि जिस शौचालय को अज्ञात लोगों के द्वारा रातों रात ध्वस्त कर दिया गया है, वह सार्वजनिक शौचालय था।लेकिन जिस जमीन पर उक्त शौचालय था उसका खाता खेसरा नंबर कितना है इसकी जांच की जा रही है।उन्होंने लोगो को भरोसा दिलाई कि जांचोपरांत दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई अवश्य की जायेगी।
मौके पर मटियारी पंचायत के सरपंच शमशेर आलम उजाले, वार्ड सदस्य प्रतिनिधि जफर आलम उर्फ बबलू,समाजसेवी वाहिद अंसारी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।सभी मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे।स्थानीय लोगों ने दो साल पहले जिस तरह रात के अंधेरे में जमीन माफियाओं ने मध्य विद्यालय कर्बला धत्ता के भवन को रातों रात तोड़कर जमींदोज कर दिया गया था,उसी तरह रात के अंधेरे में सार्वजनिक शौचालय को भी बुलडोजर के सहारे ध्वस्त कर दिया गया।
लोगों का कहना है कि यदि कुछ दूरी पर ही स्थित स्कूल भवन के ध्वस्त के समय प्रशासनिक कार्रवाई जमीन माफियाओं के खिलाफ की गई होती तो उनका मनोबल इस तरह नहीं बढ़ता कि सरकारी सार्वजनिक शौचालय को ध्वस्त करने का दुस्साहस कर पाते।इस करतूत के पीछे स्थानीय लोगों ने जमीन माफियाओं के हाथ होने की बात कही।