कोडरमा। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर बिरसा मुंडा सांस्कृतिक भवन में झारखंड आदिवासी महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव का उदघाटन मुख्य अतिथि उपायुक्त मेघा भारद्वाज ने किया। कार्यक्रम में शामिल लोगों को आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए उपायुक्त ने कहा कि आदिवासी संस्कृति का संदेश जन जन तक पहुंचाएं, आदिवासी समाज के लोगों को शिक्षा के साथ जोड़ने की जरूरत है, ताकि वे शिक्षित होकर अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो सकें। महोत्सव की शुरुआत छात्रों द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की जीवनी पर आधारित नृत्य से किया गया।
वहीं कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय डोमचांच की छात्राओं के द्वारा हमर सोना झारखण्ड पर आकर्षक नृत्य कर दर्शकों का मन मोह लिया, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय मरकच्चो की छात्राओं के द्वारा प्रस्तुत सामूहिक नृत्य देख दर्शकों के पांव थिरकने लगे तो कस्तूरबा कोडरमा की छात्राओं प्रस्तुत झारखंड की धरती कितना महान गाने को खूब सराहा गया, कार्यक्रम के दौरान जिले के विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्राओं के द्वारा एक से बढ़कर एक नृत्य, गीत, नाटक आदि प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। मौके पर डीएफओ सूरज कुमार सिंह, डीडब्ल्यूओ नीली सरोज कुजूर, डीईओ नयन कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी बह्मदेव शाह आदि मौजूद थे।
आदिवासी जीवन और संस्कृति पर लगाये गए थे आकर्षक स्टाॅल
विश्व आदिवासी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कई स्टाॅल लगाए गए थे, इसमे विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा आदिवासी संस्कृति पर लगाये गए स्टाॅल और जेएसएलपीएस द्वारा आदिवासी जीवन दर्शन पर लगाये स्टाल काफी आकर्षक लगा।
बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को उपायुक्त ने किया सम्मानित महोत्सव के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र छात्राओं को उपायुक्त ने शील्ड देकर सम्मानित किया, इसमे बेहतर नृत्य के लिए जेएसएलपीएस कलाडिह को प्रथम, कस्तूरबा सतगावां को द्वितीय और तृतीय पुरस्कार झारखण्ड आवासीय विधालय डोमचांच को दिया गया। जबकि प्रदर्शनी में प्रथम सीएच प्लस टू उच्च विधालय डोमचांच, माॅडल स्कूल कोडरमा को द्वितीय और तृतीय पुरस्कार जेएसएलपीएस लोकाई को दिया गया।