नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने मंगलवार को विशेष दीक्षांत समारोह में तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया। भारत-तंजानिया संबंधों को बढ़ावा देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए यह सम्मान दिया गया।
मानद उपाधि से सम्मानित किए जाने पर संयुक्त गणराज्य तंजानिया की राष्ट्रपति हसन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जेएनयू को इसके पूर्व छात्र डॉ. एस. जयशंकर और निर्मला सीतारमण के साथ जेएनयू परिवार में शामिल होने का सौभाग्य प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “यह सम्मान उनकी स्मृति में हमेशा अंकित रहेगा क्योंकि यह किसी विदेशी देश में उनके लिए पहला पुरस्कार है।”
इस मौके पर विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि तंजानिया की राष्ट्रपति को डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान करना भारत के लिए बहुत गर्व की बात है। उन्होंने कहा, शिक्षा और क्षमता निर्माण भारत-तंजानिया संबंधों के महत्वपूर्ण पहलू हैं।
इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, जेएनयू के चांसलर कंवल सिब्बल, जेएनयू की कुलपति प्रोफेसर शांतिश्री डी. पंडित सहित अन्य गणमान्य उपस्थिति थे।