नई दिल्ली। स्वास्थ्य और जीवन विज्ञान को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और यूनाइटेड किंगडमके बीच समझौता ज्ञापन के नवीनीकरण पर हस्ताक्षर किए गए। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और लंदन से वर्चुअल रूप से स्वास्थ्य एवं सामाजिक देखभाल के सचिव वेस स्ट्रीटिंग शामिल हुए। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव के साथ भारत में ब्रिटेन की उच्चायुक्त लिंडी कैमरन सहित अन्य लोग मौजूद थे।
जेपी नड्डा ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग भारत-यूनाइटेड किंगडम की रणनीतिक साझेदारी का एक प्रमुख तत्व है और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सहयोग को आगे बढ़ाने में सहायक रहा है। कोविशील्ड वैक्सीन पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, एस्ट्राजेनेका और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के बीच साझेदारी ने भारत-यूके के स्वास्थ्य विशेषज्ञों की क्षमता को प्रदर्शित किया।
कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई और हाल ही में मलेरिया के टीकों के विकास के दौरान हमारा घनिष्ठ सहयोग इस बात का एक उल्लेखनीय उदाहरण रहा है कि हम एक साथ मिलकर क्या हासिल कर सकते हैं। भारत अपने विशाल और योग्य स्वास्थ्य कार्यबल, विशेष रूप से डॉक्टरों और नर्सों, अपनी बड़ी दवा निर्माण क्षमताओं के साथ साझा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए यूनाइटेड किंगडम के साथ साझेदारी करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि नया समझौता ज्ञापन डिजिटल स्वास्थ्य, एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध और लचीली आपूर्ति शृंखलाओं के खिलाफ लड़ाई जैसे क्षेत्रों में आगे के सहयोग के लिए एक आधार बन सकता है।