चंडीगढ़। पंजाब पुलिस की गैंगस्टर विरोधी टास्क फोर्स (एजीटीएफ) और मोगा पुलिस ने बिहार पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के सहयोग के साथ चलाए साझे ऑपरेशन में मोगा के ज्वैलर हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।
दरअसल, मोगा में 12 जून, 2023 को पांच लोगों ने एक ज्वैलरी की दुकान के मालिक परमिन्दर सिंह को गोलियाें से मौत के घाट उतार दिया था। उसकी दुकान ‘एशिया ज्वैलरज़’ से हथियारों के दम पर सोने के गहने लूट लिए थे। घटनास्थल से फ़रार होने से पहले आरोपित मृतक परमिन्दर सिंह का लाइसेंसी रिवॉल्वर भी ले गए थे।
डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने रविवार को यहां बताया कि कत्ल को अंजाम देने वालों में शामिल तीन आरोपितों को बिहार के पटना से और एक अन्य को नांदेड़, महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया है। डीजीपी यादव ने बताया कि तीन मुलजिमों की पहचान राजविन्दर सिंह उर्फ मंगा उर्फ राजू निवासी मोगा, राजवीर सिंह उर्फ अविनाश सिंह निवासी बिहार और वरुण जैज़ी उर्फ वानू निवासी जालंधर के तौर पर हुई है इन तीनों को बिहार के पटना से गिरफ्तार किया गया है, जबकि चौथे आरोपित की पहचान गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी के तौर पर हुई है। इसे महाराष्ट्र के ज़िला नांदेड़ से गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने वारदात के दौरान इस्तेमाल किये गए एक .315 बोर (देसी) और एक .32 बोर पिस्तौल समेत जीवित कारतूस बरामद किये गए हैं। साथ ही मुलजिमों के पास से मृतक का रिवाल्वर भी बरामद किया गया है। डीजीपी ने बताया कि सभी मुलजिम हिस्ट्रीशीटर हैं और इनके खि़लाफ़ पंजाब और बिहार राज्य में डकैती, चोरी, हथियार एक्ट, एनडीपीएस एक्ट आदि के कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि मुलजिम राजवीर इससे पहले जालंधर की कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस हिरासत में से भाग गया था और तभी से ही फ़रार था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने पांचवे दोषी गोलू निवासी पटना, बिहार की भी शिनाख़्त कर ली है और बहुत जल्द उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही हैं।