नई दिल्ली। फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा जाएगा। यह सम्मान उन्हें 8 अक्टूबर को 70वें राष्ट्रीय फिल्म समारोह में दिया जाएगा।
सोमवार को केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया में जानकारी साझा करते घोषणा कि मिथुन चक्रवर्ती को भारतीय सिनेमा में उनके प्रतिष्ठित योगदान के लिए दादा साहब फाल्के चयन जूरी ने उन्हें यह पुरस्कार देने का निर्णय लिया है। मिथुन दा की उल्लेखनीय सिनेमाई यात्रा पीढ़ियों को प्रेरित करती है। उन्हें 8 अक्टूबर, 2024 को आयोजित होने वाले 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में यह सम्मान दिया जाएगा।
पहली फिल्म के लिए मिला था नेशनल अवॉर्ड
मिथुन ने अपने 48 साल के करियर में बंगाली, हिंदी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, ओडिया और भोजपुरी भाषाओं की 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और तीन बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार सम्मान से नवाजे गए। 16 जून 1950 को जन्मे मिथुन ने 1976 में मृणाल सेन की फिल्म ‘मृगया’ से करियर शुरू किया, जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनकी पहचान 1980 और 90 के दशक में ऐक्शन और डांस बेस्ड फिल्मों से बनी।
डिस्को डांसर से मिली देशभर में पहचान
सुपरहिट फिल्म डिस्को डांसर (1982) ने उन्हें देशभर में पहचान दिलाई। इसके अलावा सुरक्षा (1979), वारदात (1981), प्यार झुकता नहीं (1985), अग्निपथ (1990), गुंडा (1998) और हाल में आई ‘द ताशकंद फाइल्स’ (2019) में भी उनकी भूमिका काफी सराही गई। उन्हें दूसरा नेशनल अवॉर्ड 1993 की फिल्म ‘तहादेर कथा’ के लिए, जबकि तीसरा नेशनल अवॉर्ड 1996 में आई ‘स्वामी विवेकानंद’ के लिए मिला था। अप्रैल 2024 में उन्हें पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। वह फिल्मों में ही नहीं बल्कि टीवी शोज और राजनीति में भी सक्रिय रहे हैं।