पलामू। मुहर्रम की नवमी पर मेदिनीनगर शहरी क्षेत्र में बड़की चौकी का जुलूस निकाला गया। जुलूस पहाड़ी मुहल्ला स्थित कर्बला के मैदान से शुरू हुआ और उसके बाद शाह मुहल्ला, कन्नी राम चौक, सत्तार सेठ चौक, विष्णु मंदिर रोड, दाल पट्टी, घड़ा पट्टी, जैन मंदिर रोड़, पंचमुहान होते हुए छहमुहान पहुंचा। छहमुहान से चलकर महिंद्रा आर्केड रोड, शिवाला घाट होते हुए बम पटाखा मोड़, घास पट्टी, शाह मुहल्ला होते हुए पहाड़ी मुहल्ला स्थित कर्बला के मैदान में पहुंचकर संपन्न हो गया।
जुलूस में खिलाड़ियों ने लाठी, तलवार, भाला से हैरत अंगेज करतब दिखाए। गोल बनाकर लाठी खेली गयी। इसे देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। खिलाड़ियों की कालाबाजी देखकर लोगों ने उत्साह बढाकर उनकी प्रशंसा की। जुलूस में खलीफा जीशान खान, अंजुमन इसलाहुल मस्लिमिन के पलामू सदर मुस्तफा कमाल एवं उनकी पूरी टीम को महावीर नवयुवक दल जनरल के पूर्व अध्यक्ष जुगल किशोर ने सम्मानित किया। मुहर्रम कमिटी ने भी जुगल किशोर समेत उनकी टीम को पगड़ी पोशी कर सम्मान दिया।
मौके पर मुहर्रम इंतेजामियां कमिटी के जनरल खलीफा जीशान खान ने कहा कि हम हुसैन वाले हैं। कर्बला हमारा है और इस्लाम जिंदा होता है हर कर्बला के बाद। हुसैन राजिअल्लाह ने इस्लाम को बचाने के लिए अपनी जिंदगी की कुर्बानी दे दी। हुसैन रजी ने इस्लाम के लिए सिर कटाना मंजूर कर लिया लेकिन झुकना नहीं।
कर्बला हुसैन कमिटी पहाड़ी मुहल्ला, नूरे हुसैन हुसैन नगर पहाड़ी मुहल्ला, इब्ने अली हुसैन, पहाड़ी मुहल्ला, इस्लामिया नौजवान हवारी कमिटी धोबी मुहल्ला, अहले सुन्नत मदीना कुंड मुहल्ला, शहीदे हुसैन कमिटी कुंड मुहल्ला समेत अन्य ने जुलूस निकाला।
इस मौके पर असगर हुसैन, मो. नेयाजु, जेएमएम जिला सचिव सन्नु सिद्दीकी, इमाम राइन, मुन्ना खान, मासूम अंसारी, पिंटू राइन, राशिद बक्शी, सोनू खान, बंटी राइन, राजन, रौशन रिज़वान, अनवर अंसारी, जफर महबूब, तौसिफ कमर, फरदीन आलम, तामसू खान, तालिब खान, सालिक जेया समेत हजारों की तादाद में लोग उपस्थित थे।
मुहर्रम जुलूस के दौरान छहमुहान पर ट्रैफ़िक प्रभारी समाल अहमद तत्परता से रूट को क्लियर करते दिखे।
इससे पहले मुहर्रम इंतेजामिया कमेटी की ओर से सोमवार की रात प्रशासनिक अधिकारियों के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें नगर आयुक्त मोहम्मद जावेद हुसैन, सदर अनुमंडल पदाधिकारी अनुराग कुमार तिवारी, सदर अंचल अधिकारी अमरदीप सिंह बलहोत्रा सहित अन्य को पगड़ीपोशी कर व फूल माला पहनकर और तलवार भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व जेनरल खलीफा जीशान खान ने किया। उनके साथ सभी पदाधिकारी शामिल थे।