भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में इंजीनियरों की पदस्थापना में लेन-देन का आरोप लगाया। केके मिश्रा कहा कि मंत्री के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी (ओएसडी) रहे ब्रजेश श्रीवास्तव और अन्य अधिकारियों के वीडियो से साफ है कि बिना लेन-देन के पदस्थापना नहीं होती है।
कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने आरोप लगाया कि पंचायतों से वसूली और पदस्थापना में लेन-देन की शिकायत मुख्यमंत्री तक भी पहुंची थी और इसके बाद उन्हें पद से हटाया गया था। यह गंभीर मामला है, क्योंकि सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो परसेंट टालरेंस की नीति का दावा करती है।
इस आरोप पर विभागीय मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट किया कि यह सत्य है कि वे मेरे पूर्व ओएसडी थे और शिकायतों के चलते उन्हें पद से हटाया दिया था। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री सिसोदिया ने कहा कि ये वीडियो पुराने हैं और तब ब्रजेश श्रीवास्तव और विभाग के तत्कालीन प्रमुख अभियंता सेवा में थे। अब दोनों ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इन सभी वीडियो की सत्यता की जांच कराई जाएगी और इनमें कुछ भी सत्यता है तो संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टालरेंस की नीति जारी है और आगे भी रहेगी।