मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लग गई है। आज भाजपा विधायक दल की बैठक में फडणवीस को मुख्यमंत्री चुना गया। इससे पहले कोर कमेटी की बैठक में भी उनके नाम पर सहमति बनी थी। महायुति की बैठक में एकनाथ शिंदे और अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाने पर सहमति बनी है। दोपहर 3.30 बजे फडणवीस, शिंदे और अजित पवार राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। शपथ ग्रहण समारोह कल (5 नवंबर) आजाद मैदान में होगा। मुख्यमंत्री और दोनों डिप्टी सीएम शपथ लेंगे। इनके साथ दर्जनों विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे।
महाराष्ट्र सीएम पद के लिए चुने जाने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने फिर दोहराया एक हैं तो सेफ हैं का नारा
देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र का अगला सीएम चुने जाने के बाद बीजेपी के चुनाव प्रचार कैंपेन के सबसे बड़े नारे ‘एक हैं तो सेफ हैं’ को दोहराया। महाविकास अघाड़ी गठबंधन इसका लगातार विरोध कर रहा था। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के इस नारे पर चलकर महाराष्ट्र में भी बीजेपी को काफी फायदा हुआ।फडणवीस ने इस दौरान मोदी हैं तो मुम्किन हैं नारे की भी बात कही।
मेरे जैसे कार्यकर्ता को इस पद पर तीन बार बिठाने के लिए पीएम मोदी का शुक्रिया – देवेंद्र फडणवीस
देवेंद्र फडणवीस ने अपने संबोधन ने कहा कि मैं इस जिम्मेदारी के लिए पीएम मोदी का शुक्रिया अदा करता हूं।उन्होंने इस पद पर रहने का तीन बार मौका दिया है। मैं तो एक सामान्य सा कार्यकर्ता था।मुझपर ये विश्वास जताने के लिए आपका धन्यवाद। देवेंद्र फडणवीस ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि जनता के इस जनादेश से हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। हम आपको भरोसा दिलाते हैं कि हम आपके भरोसे पर कायम होंगे। हमें जो जनादेश मिला है हम उसका सम्मान रखेंगे। ये हमारी प्राथमिकता होगी कि हमने जो योजनाएं शुरू की है उसे हम आगे भी जारी रखेंगे। हमने चुनाव के दौरान जो वादे किए हैं उसे भी पूरा करने की हर संभव कोशिश होगी।
फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे
देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। पहली बार 2014 में देवेंद्र मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने पांच साल अपना कार्यकाल पूरा किया था। हालांकि 2019 में वे महज 80 घंटे ही सीएम की कुर्सी पर रहे। वह भाजपा के इकलौते ऐसे मुख्यमंत्री रहे हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल का पांच साल पूरा किया। देवेंद्र फडणवीस का सियासी सफर सीधे विधायक या सीएम पद से शुरू नहीं हुआ है। वह काफी कम उम्र में एक्टिव पॉलिटिक्स में आ गए थे। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रिय सदस्य रहे हैं। एबीवीपी के मेंबर रहते हुए पहली बार नगर निकाय में पार्षद बने थे। उसके ठीक 5 साल बाद नागपुर के मेयर बने थे।उनकी काबिलियत ही है कि उन्होंने मराठा आंदोलन को अच्छे से संभाला था।
महाराष्ट्र की जनता ने देश की जनता को संदेश दिया है: सीतारमण
निर्मला सीतारमण ने देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी विधायक दल का नेता चुने जाने पर बधाई दी है। इस दौरान उन्होंने कहा कि नवनिर्वाचित विधि मंडल के नेता के तौर पर देवेंद्र फडणवीस का नाम तय हुआ है। महाराष्ट्र की जनता ने पूरे भारत को संदेश दिया है। ये कोई रेगुलर विधानसभा चुनाव नहीं था। हरियाणा और महाराष्ट्र की जीत से देश की जनता को साफ संदेश मिला है। जनता ने अपने अनुभव के अनुसार बीजेपी को चुना है। महाराष्ट्र की जनता जानती थी कि पिछली कांग्रेस की सरकार विकास के रास्ते में रुकावट की तरह थी। जनता उससे बहुत दुखी थी यही वजह है कि आज जनता ने स्पष्ट ने निर्देश दिया है। मैं ये जरूर कहना चाहती हूं कि मोदी जी की नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार महाराष्ट्र के विकास के लिए बेहद जरूरी है। हम महाराष्ट्र को आगे लेकर जाएंगे। हम इस राज्य का औऱ विकास करेंगे। हम और तेजी से आगे काम करेंगे। चाहे बात किसान की हो या फिर उद्योग की हो या फिर क्षेत्र के विकास की बात हो हम हर तरफ विकास कार्य किए जाएंगे।
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कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं BJP से नेता
देवेंद्र फडणवीस, चंद्रशेखर बावनकुले, चंद्रकांत पाटिल, पंकजा मुंडे, गिरीश महाजन, आशीष शेलार, रवींद्र चव्हाण, अतुल बचाओ, सुधीर मुनगंटीवार, नितेश राणे, गणेश नाइक, मंगल प्रभात लोढ़ा, राहुल नार्वेकर, अतुल भातखलकर, शिवेंद्रराज भोसले, गोपीचंद पडलकर, माधुरी मिसाल, राधाकृष्ण विखे पाटिल, जयकुमार रावल।
महायुति को मिला है 230 का भारी बहुमत
23 नवंबर को महाराष्ट्र चुनाव का परिणाम आया था। महायुति यानी भाजपा, शिवसेना शिंदे, एनसीपी पवार को 230 सीटें हासिल हुई थीं। वैसे, भाजपा से देवेंद्र फडणवीस का सीएम बनना लगभग तय है। महायुति में एक सीएम, दो डिप्टी सीएम का फॉर्मूला तय किया गया है।
महाराष्ट्र में किसके पास कितनी सीटें
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटें मिली हैं। इस तरह 230 सीटों के साथ महायुति ने सरकार बनाई है। 132 सीट लेकर भाजपा बड़ा भाई बनी हुई है। अब भाजपा की अगुवाई में महायुति सरकार का गठन होगा।
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