बोकारो। विस्थापित अप्रेंटिस संघ की बंदी का जिले में व्यापक असर रहा। विस्थापित युवक की माैत के विरोध में पूरे जिले में बंदी का आह्वान किया गया था। बंदी के दौरान कई गाड़ियों में आग लगा दी गई। वाहनों का शीशा तोड़ा गया। इस दौरान पूरे जिले में चक्का जाम रहा।
वहीं शुक्रवार देर शाम में बाघमारा विधायक शत्रुघ्न महतो, निरसा विधायक अरूप चटर्जी, डुमरी विधायक जयराम महतो, बोकारो विधायक श्वेता सिंह सहित अन्य विस्थापित नेता और जिला प्रशासन के बीच मुआवजे और नियोजन को लेकर वार्ता जारी रही। खबर लिखे जाने तक इस मामले में कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका था। विस्थापितों का कहना है सेल दो या जेल दो की तर्ज पर पूरे बोकारो की नाकाबंदी करते हुए आंदोलन जारी रहेगा।


वहीं नौकरी की मांग को लेकर बीएसएल के एडीएम बिल्डिंग के समीप विस्थापित अप्रेंटिस संघ ने प्रदर्शन पर हुए लाठी चार्ज पर संज्ञान लेते हुए डीसी विजया जाधव ने देर रात कार्यालय में बैठक की। बैठक में पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गियारी,बीएसएल के ईडी, पुलिस उप महानिरीक्षक सीआइएसएफ,अपर समाहर्ता मुमताज अंसारी, अनुमंडल पदाधिकारी चास प्रांजल ढ़ांडा शामिल हुए। मामले में बीएसएल प्लांट के मुख्य महाप्रबंधक हरि मोहन झा को गिरफ्तार किया गया।वहीं विस्थापित अप्रेंटिस संघ की सभी मांगों को बीएसएल प्रबंधन ने मान लिया है। उपायुक्त विजया जाधव और पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गियारी ने संयुक्त रूप से जिले के लाेगाें से अपील की है कि वह शांति बनाएं रखें।

वहीं बीएसएल प्रबंधन ने शुक्रवार को अपील जारी करते हुए कहा कि बीएसएल एक थर्मो सेंसिटिव प्लांट है, जिसमें संवेदनशील गैस पाइपलाइन का जटिल नेटवर्क मौजूद है,इससे 24 घंटे कड़े सेफ्टी प्रोटोकॉल के तहत मॉनिटरिंग किया जाता है, ताकि संयंत्र की सुरक्षा निश्चित की जा सके। बीएसएल प्रबंधन के अनुसार संयंत्र के सभी गेट जाम कर दिए जाने के कारण लगभग 5 हज़ार कर्मी 18 घंटे से अधिक समय से अंदर फंसे हुए हैं ,इस दौरान उन्होंने भोजन पानी नहीं मिल पाया है ,जिससे वह परेशान है, बीएसएल प्रबंधन के अनुसार गेट जाम के कारण संयंत्र के सभी प्रमुख उत्पादन इकाइयां जैसे ब्लास्ट फर्नेस को कोविद सेंटर प्लांट एसएमएस हॉट स्ट्रिप मिल गुरुवार रात से ही पूरी तरह बंद हो गई है, जिससे उसका उत्पादन ठप हो गया है।