रांची: सीएम हेमंत सोरेन से पूछताछ करने इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट ( ईडी) की टीम बुधवार दोपहर एक बजकर 18 मिनट में कांके रोड स्थित सीएम आवास पहुंची। पूछताछ से पहले ईडी की ओर से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की गई है।जांच एजेंसी ने सोरेन से पूछताछ के दौरान संभावित कानून-व्यवस्था की समस्या की आशंका में यह मांग की। दस वाहनों से सीआरपीएफ और सीआईएसएफ के साथ ईडी के अधिकारी सीएम आवास पहुंचे हैं। हालांकि ईडी के अधिकारियों की तीन गाड़ियां अंदर गयी हैं। बाकी गाड़ियों में सीआरपीएफ और सीआईएसएफ के जवान है, जिन्हे बाहर ही रोक दिया गया है। पिछली बार की तरह इस बार भी ईडी की टीम हाई टेक्नोलॉजी गैजेट्स से लैस होकर सीएम हाउस पहुंची है।
मुख्यमंत्री आवास में पहुंचने के बाद ईडी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री से पूछताछ शुरू कर दी है।
इससे पहले बीते 20 जनवरी को सीएम से ईडी ने उनके आवास पर सात घंटे तक पूछताछ की थी। इसके बाद ईडी ने 22 जनवरी दोबारा पत्र लिखकर सीएम को 27 से 31 जनवरी तक बयान दर्ज कराने को कहा था। इसके बाद मुख्यमंत्री ने 25 जनवरी को ईडी को अप्रत्यक्ष रूप से पूछताछ के लिए समय देने से इनकार कर दिया था।
ईडी की टीम की तरफ से आये लोग वीडियो रिकॉर्डिंग भी कर रहे थे। हेमंत सोरेन का सवाल सूत्रों के मुताबिक, ईडी की पूछताछ से पहले सोरेन ने अपने पिता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) सुप्रीमो शिबू सोरेन से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। इस बीच जांच एजेंसी की एक टीम मुख्यमंत्री के सरकारी आवास के लिए रवाना हो गई है।
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सोरेन ने लगाया आरोप : सोरेन ने आरोप लगाया है कि इस समय उनसे ईडी की पूछताछ राजनीतिक अधिक थी और इसका उद्देश्य उनकी सरकार के कामकाज को बाधित करना था। सोरेन द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि “आप अच्छी तरह से जानते हैं कि विधान सभा का बजट सत्र 2 और 29 फरवरी 2024 के बीच आयोजित किया जाएगा और अधोहस्ताक्षरी अन्य पूर्व निर्धारित आधिकारिक व्यस्तताओं के अलावा उसी की तैयारियों में व्यस्त रहेंगे।”
ईडी को सोरेन के पत्र में कहा गया है कि “इन परिस्थितियों में, 31 जनवरी 2024 को या उससे पहले अधोहस्ताक्षरी का एक और बयान दर्ज करने का आपका आग्रह दुर्भावनापूर्ण है और राज्य सरकार के कामकाज को बाधित करने और लोगों के एक निर्वाचित प्रतिनिधि को अपने आधिकारिक कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोकने के लिए आपके राजनीतिक एजेंडे को उजागर करता है”।