गुमला। गुमला पॉलिटेक्निक कॉलेज में शुक्रवार को इंजीनियर दिवस बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। भारत रत्न डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर याद किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने किया।
गुमला पॉलिटेक्निक कॉलेज की कार्यशाला में मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, सिविल, माइनिंग और ऑटोमोबाइल एवं बीसीए सहित विभिन्न शाखाओं के छात्रों ने 98 से अधिक प्रभावशाली प्रोजेक्ट मॉडल के माध्यम से अपनी प्रतिभा और नवाचार का प्रदर्शन किया। गुमला के आसपास के स्कूलों ने भी अपने मॉडल प्रदर्शित किये ।
गुमला उपायुक्त ने सभा को संबोधित करते हुए प्रतिभागियों की प्रशंसा की और उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने समाज के विकास में इंजीनियरों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और छात्रों को इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उत्कृष्टता की खोज जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। संस्थान के निदेशक अभिजीत कुमार ने गुमला पॉलिटेक्निक कॉलेज के दृष्टिकोण को साझा करते हुए इंजीनियरों के महत्व पर जोर दिया और आधुनिक दुनिया में सफलता के लिए आवश्यक तकनीकी कौशल और ज्ञान के साथ छात्रों को सशक्त बनाने की बात कही।
प्रणव झा (आरटीओ मुरादाबाद मंडल, उत्तर प्रदेश) ने प्रतिभागियों को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित किया और विभिन्न गतिविधियों में सभी की भागीदारी की सराहना की। उन्होंने कहा कि तकनीकी संगोष्ठियों, नवाचार और आउटरीच पहल ने न केवल इस आयोजन को समृद्ध किया है, बल्कि अन्य सभी छात्रों और पूरे इंजीनियरिंग समुदाय के लिए प्रेरणा के रूप में भी काम किया है।
गुमला पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शिबा नारायण साहू ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और नवाचार के माहौल को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता के बारे में बात की। उन्होंने छात्रों के समर्पण की सराहना की और उन्हें अपने ज्ञान की सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी अजीत कुमार शुक्ल ने गुमला पॉलिटेक्निक कॉलेज में इंजीनियर दिवस समारोह को शानदार बनाने के लिए संकाय सदस्यों और छात्रों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने युवा प्रतिभाओं और नवाचार तथा उद्यमिता उत्साह के प्रति उनके समर्पण की सराहना की।