लोहरदगा। जिला में ऐतिहासिक रथ यात्रा उमंग, उल्लास और श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ. जय जगन्नाथ, जय श्री राम आदि के जयघोष करते हुए श्रद्धालु भगवान के रथ को खींचे. रथ यात्रा के मौके पर भक्ति का माहौल रहा. अहले सुबह से ही शहरी क्षेत्र के गुदरी बाजार स्थित ठाकुरबाड़ी मंदिर, चंद्रशेखर आजाद चौक स्थित ठाकुरबाड़ी मंदिर, तिवारी दूरा स्थित ठाकुरबाड़ी मंदिर में पूजा अर्चना करनेवालों की भीड़ लगी रही. इस दौरान शहर का माहौल भक्तिमय हो गया. मंदिर परिसर के आस पास मेला का दृश्य जैसा प्रतीत हो रही थी। पूजा सामग्रियों की अस्थायी तौर पर दुकाने व ठेला लगा था।
पूजा दुकानों पर बताशा, इलायची दाना, फूल, बेलपत्र, सिंदूर, रोड़ी, अछत, मौली धागा, नारियल आदि की दुकान सजी हुई थी। दोपहर बाद रथयात्रा निकाली गयी. इसमें काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान का रथ खींचा. भगवान के विग्रहों को रथारूढ़ कर शहर का परिभ्रमण कराया गया. जगन्नाथ स्वामी के रथ को ईस्ट गोला रोड स्थित मौसीबाड़ी पहुंचाया गया. जहाँ भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ 10 दिन तक मौसीबाड़ी में रहेंगे. घुरती रथ के अवसर पर भगवान जगन्नाथ को गुदरी बाजार स्थित जगन्नाथ महाप्रभु के मंदिर में लाया जायेगा शहरी क्षेत्र के अलावा दूर दराज से लोग रथ यात्रा में शामिल हुए।
श्री श्री 108 जगन्नाथ महाप्रभु ठाकुरबाड़ी मंदिर के महान रामनरेश शरण ने बताया कि लोहरदगा में रथ यात्रा का इतिहास काफी पुराना है. यहां लगभग 273 साल से निरंतर रथ यात्रा निकाली जा रही है। वही रथ मेला को लेकर लोहरदगा जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। सुरक्षा की कमान खुद लोहरदगा जिले के उपायुक्त डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण, लोहरदगा पुलिस कप्तान आर रामकुमार, एसडीपीओ बीएन सिंह समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी संभाल रहे थे। ड्रोन कैमरा के माध्यम से रथयात्रा की निगरानी किया जा रहा था।