कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ प्रदर्शन तेज हो गया है. आरजी कर अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों द्वारा जारी संघर्ष विराम अब सत्रहवें दिन में प्रवेश कर गया है. 1980 के दशक के बाद से अस्पताल परिसरों में सबसे लंबे समय तक चलने वाला विरोध प्रदर्शन है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर कोलकाता में छात्रों ने प्रदर्शन तेज कर दिया है . कोलकाता पुलिस ने बैरिकेडिंग की पर प्रदर्शनकारी भारी संख्या में सड़कों पर उतरे है .जगह-जगह नारेबाजी की जा रही है . पुलिस द्वारा लगाए गए लोहे की दीवार को प्रदर्शनकारियों ने गिरा दिया है.
वही प्रदर्शनकारियों की रैली दोपहर करीब 12:45 बजे शुरू हुई. प्रदर्शनकारियों ने हावड़ा से लगे संतरागाछी में बैरिकेडिंग तोड़ दी. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. आंसूगैस के गोले भी छोड़े गए. पुलिस की कार्रवाई में दर्जनों प्रदर्शकारियों के घायल होने की खबर है. पुलिस ने हिंसा का हवाला देते हुए रैली को गैरकानूनी बताया है.
प्रदर्शन को ‘नबन्ना अभियान’ का नाम दिया गया. हावड़ा में स्थित नबन्ना भवन राज्य सचिवालय है जहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए. प्रदर्शन को लेकर कोलकाता में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई. हावडा ब्रिज को बंद कर दिया गया. ब्रिज पर लोहे की दीवार पुलिस की ओर से खड़ी की गई. सीएम आवास की सुरक्षा कड़ी की गई.
डीजी (कानून एवं व्यवस्था) मनोज कुमार वर्मा ने जनता से “असामाजिक तत्वों के जाल में न फंसने” और “किसी अवैध आयोजन में भाग लेने से बचने” का आग्रह किया. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए अधिकारियों ने उपाय किए हैं . प्रदर्शनकारियों को नबन्ना तक पहुंचने से रोकने के लिए कोलकाता पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस के लगभग 4,500 अधिकारी, ड्रोन, पानी की बौछारों, आंसू गैस के गोले और एल्यूमीनियम मिश्र धातु से बने बैरिकेड्स से लैस, कोलकाता और हावड़ा में सात प्रमुख स्थानों पर तैनात किए गए हैं.
कोलकाता के हेस्टिंग्स में फोर्ट विलियम के पीछे के चेक गेटों पर तेल लगाया जा रहा है, ऐसा इसलिए ताकि प्रदर्शनकारियों को बैरिकेड्स पर चढ़ने से रोका जा सके. आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दुष्कर्म-हत्या मामले को लेकर आज नबान्ना तक मार्च का आह्वान किया गया है .
वही आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सह उपाध्यक्ष सप्तर्षि चटर्जी ने कहा कि हर दिन हम छात्रों से बात करते हैं और संकाय सदस्य अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं ताकि मरीजों को परेशानी न हो. सीबीआई की टीम मेरे दफ्तर में आकर सारे दस्तावेज और कंप्यूटर, हार्ड डिस्क देखी. उन्होंने सारा सामान जब्त कर लिया और ले गए और हमें एक जब्ती सूची दी.