झुमरीतिलैया (कोडरमा)। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड मंत्री मंडल द्वारा पूर्व में कार्यरत आंगनबाड़ी केन्द्रों में अतिरिक्त सेविका सह पोषण सखी को पुनर्बहाल करने पर तिलैया ब्लाॅक परिसर में पोषण सखियों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर तथा अबीर गुलाल लगाकर जीत की खुशियां मनाई।
ज्ञात हो कि वर्ष 2015 से कुपोषण मिटाओ अभियान के तहत झारखंड के छह जिलों चतरा, धनबाद, दुमका, गोड्डा, गिरिडीह और कोडरमा के आंगनबाड़ी केंद्रों में 10388 पोषण सखी कार्यरत थी। जिन्हें केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा दिया जाने वाला केन्द्रीय फंड बंद कर दिए जाने के कारण अप्रैल 2022 से राज्य सरकार ने इन्हें कार्यमुक्त कर दिया था। अब नए नियमावली के तहत 60 वर्ष की आयु तक पूर्व के मानदेय 3000 रूपये प्रति माह पर आंगनबाड़ी केंद्र में पोषण सखी कार्य करेगी।इस अवसर पर पोषण सखी समन्वय समिति (सीटू) की जिलाध्यक्ष गायत्री पासवान ने कहा कि झारखंड सरकार ने हम दस हजार पोषण सखी के परिवार को नई खुशी दी है। हमारी तकलीफ को हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन ने समझा है, हम झारखंड सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।
कार्यक्रम में जरीना खातुन, रेशमी कुमारी, पिंकी कुमारी, सुलेखा वर्मा, निशा भारती, सिमरन देवी, मुन्नी देवी, राखी सिहं, अनीता देवी, बेबी कुमारी, वीणा देवी, प्रियंका कुशवाहा, सीमा कुमारी, रजनी देवी, रूबी पाण्डेय, रिंकी, कंचन, प्रियंका यादव, शगुफ़्ता प्रवीण, शबाना आजमी, प्रीति, पूजा, चम्पा देवी, शाहिना प्रवीण, मंजू, कुमारी प्रतिमा, सुबंती, उर्मिला, अंजु, रेखा, आरती, ललिता, गुड़िया, रजनी, कुमारी सरिता, किरण, काजल, पिंकी आदि पोषण सखी शामिल थी।