कोडरमा। झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा के बैनर तले मोर्चा से जुड़े लोगों ने शुक्रवार को समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन किया और 10 सूत्री मांगों को लेकर डीसी को ज्ञापन सौपा। इसके पहले काफ़ी संख्या में महिला और पुरुष जुलूस की शक्ल में मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए समाहरणालय पहुंचे। इस दौरान जुलूस में महिलाएं पारंपरिक हथियार के साथ शामिल हुई।
समाहरणालय पहुंचने पर जुलूस में शामिल सभी लोगों ने एक साथ उपायुक्त कोडरमा से मिलकर अपनी मांग पत्र सौंपने का प्रयास किया लेकिन समाहरणालय के मुख्य गेट को कोडरमा पुलिस ने बंद कर भीड़ को बाहर ही रोक दिया और झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा के पांच प्रतिनिधियों को उपायुक्त से मिलने की अनुमति दी। हालांकि इससे पहले पुलिस और झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा के लोगों के बीच अधिक लोगों के उपायुक्त से मिलने को लेकर खींचातानी चलती रही।
इसके बाद मोर्चा के एक 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त आदित्य रंजन से मिलकर राज्यपाल के नाम 10 सूत्री मांग पत्र सौंपा। जिसमें झारखंड सरकार में आंदोलनकारियों की भागीदारी सुनिश्चित करने एवं उन्हें एवं उनके सभी आश्रितों को तृतीय वर्ग और चतुर्थ वर्ग में सीधी नियुक्ति, आंदोलनकारियों को सम्मान के रूप में 25 हजार रुपए मासिक पेंशन, आंदोलनकारियों एवं उनके आश्रितों को स्वरोजगार के लिए 10 लाख रुपए अनुदान के तौर पर देने की मांग, प्रशासनिक पदाधिकारियों के द्वारा झारखंड आंदोलनकारियों को सम्मान देते हुए उनकी जनहित के समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान की मांग।
झारखंड आंदोलनकारियों के लिए 2500 वर्ग फीट का आवास सभी सुविधाओं से युक्त निर्माण कराने की मांग, झारखंड आंदोलनकारियों को गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और झारखंड स्थापना दिवस पर विशेष रूप से सम्मान देने, झारखंड आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों को ताम्रपत्र युक्त प्रमाण पत्र देने, आंदोलनकारियों एवं उनके परिजनों को पांच लाख रुपये कि स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने, झारखंड आंदोलनकारियों पर हिंसा को छोड़कर अन्य प्रकार के दर्ज सभी मुकदमों को बिना शर्त वापस लेने व डोमचांच सीओ के द्वारा डोमचांच थाना में दर्ज कराए गए कांड संख्या 69/23 को वापस लेने, झुमरी तिलैया के गुमो में बन रहे केंद्रीय विद्यालय के चारों तरफ 30 फीट का रिंग रोड छोड़ने की मांग की गई।