झरिया। विगत 2 माह से अनियमित जल आपूर्ति को सुचारु रुप से चालू करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने आजसू के केंद्रीय सदस्य इस दौरान चक्का जाम आंदोलन को संबोधित करते हुए श्री निषाद ने कहा कि 1 सप्ताह पूर्व भी जीनागोरा कांटा घर का चक्का जाम करने के बाद भी बीसीसीएल प्रबंधन ने आश्वासन दिया था कि 1 सप्ताह के अंदर निश्चित रुप से दोनों पंप को चालू करवा दिया जाएगा लेकिन एक भी पंप को चालू नहीं करवाया गया इसके खिलाफ आज विगत 2 माह से जीनागोरा काटा घर और भट्टा पंप का समरसेबलपंप खराब चल रहा है जिसके कारण और नियमित रुप से जल आपूर्ति के कारण लोग त्रस्त थे ।
दिनांक 13 सितंबर को दोनों ही पंप पूर्ण रूप सेखराब हो गया जिसके कारण लगभग 20,000 की आबादी जल आपूर्ति से त्रस्त हो चुके थे आज लोगों का आक्रोश टूट पड़ा और लोगों ने बीसीसीएल प्रबंधन को नींद से जगाने के लिए जीनागोरा काटा घर के समीपसड़क को जाम किया। श्री निषाद ने कहा बाधित जलआपूर्ति के कारण लोगों का जीना बेहाल हो गया है लोग इधर उधर भटक रहे हैं ईधर बीसीसीएल प्रबंधन मौनव्रत धारन कर जनोपयोगी समस्या पर ध्यान न देकर सिर्फ आउटसोर्सिंग कंपनी की दलॎली कर रही है ,।
बीसीसीएल प्रबंधन से जलापूर्ति बहाल करने के लिए प्रात जीनागोरा काटा घर के समीप सड़क को जाम कर बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई इस दौरान 7 घंटे जाम रहने के पश्चात एकीकृत एन टी एसटी जीनागोरा एकीकृत के अभियंता हिमांशु एवं सुविनय मंडल ने आकर क्रेन लगा कर काम चालू करवाया और आज जलापूर्ति बहाल करने का वादा किया।साथ ही साथ जीनागोरा भट्ठा पंप को भी चालू करने का अतिशीघ्र आश्वासन देने के बाद ग्रामीण शांत हुए और चक्का जाम आंदोलन को स्थगित किया इस दौरान आंदोलन में मुख्य रुप से उमेश पासवान, विशाल प्रसाद ,रंजीत रजक ,राजेश जैसवाल ,प्रभुदयाल सिंह ,उमेश शर्मा ,गुड्डू मिश्रा, कल्लू कुरेशी ,आजाद सिंह ,बिट्टू निषाद ,चंदन सिह,भंगी पासवान,सुनिल पासवान, एवं अन्य ग्रामीण मौजूद थे।