खूंटी। उग्रवाद प्रभावित रनिया थाना क्षेत्र का कोटांगेर गांव, जहां पांच-सात वर्ष पहले तक नक्सलियों की गोली की तड़तड़ाहट से पूरा इलाका दहलता था। पहाड़ों और हरे भरे जगलों के बीच इसी कोटांगेर गांव में आज वेद मंत्रोच्चार और घंट-शंख की ध्वनि और अखंड हरिकीर्तन की गूंज सुनकर एक सुखद अनुभूति होती है।
इसी गांव में स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर का प्रथम स्थापना दिवस मनाया गया है। स्थापना दिवस कार्यक्रम शुक्रवार को कलश यात्रा और कई धार्मिक अनुष्ठान के साथ शुरू हुआ था, जिसका समापन शनिवार को हवन, महाआरती और प्रसाद वितरण के साथ हो गया। 24 घंटे के अखंड हरिकीर्तन में 16 कीर्तन मंडलियों ने अपने न्त्य-संगीत के साथ हरिभजन कर लोगों को झूमने पर विवश कर दिया। हालांकि शुक्रवार शाम से शुरू हुआ भंडारे का समापन रविवार सुबह होगा। इस बीच शनिवार रात को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
गांव के इस पंचमुखी मंदिर में भगवान राम के अनन्य भक्त वीर हनुमान की पूजा-अर्चना के लिए हर दिन सैकड़ों लोग पहुंचते हैं।