रांची। भाजपा के 11 अप्रैल को सचिवालय घेराव कार्यक्रम के दौरान हुए उपद्रव को लेकर धुर्वा थाना में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश सहित अन्य नेताओं से शनिवार को लगभग आधे घंटे तक पूछताछ हुई। पुलिस ने थाना के बंद कमरे में रांची विधायक सीपी सिंह, हटिया विधायक नवीन जायसवाल, कांके विधायक समरी लाल और प्रदेश सह मीडिया प्रभारी अशोक बड़ाईक से पूछताछ की।
पूछताछ के बाद थाना से बाहर निकलकर दीपक प्रकाश ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा ने शांतिपूर्ण तरीके से सचिवालय का घेराव किया था, लेकिन हेमंत सरकार के इशारे पर शांतिपूर्ण आंदोलन को कुचलने के लिए कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया गया और आंसू गैस के गोले छोड़े गये। इसके बाद भाजपा नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दिया गया।
भाजपा नेता ने कहा कि पुलिस ने नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था। भाजपा कानून का सम्मान करती है, इसलिए हम सभी ने आकर पुलिस की जांच और पूछताछ में सहयोग किया। सरकार हम पर एक नहीं सैकड़ों मुकदमे दर्ज कर ले, लेकिन हम टूटने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हम तो गिरफ्तारी देने आये थे। अगर सरकार में दम है तो हम लोगों को गिरफ्तार करके दिखाये। दमनकारी, हिटलरशाही वाली राज्य सरकार को अगले चुनाव में जनता बैलेट के जरिये जवाब देगी। मौके पर विधायक सीपी सिंह ने कहा कि पॉलिटिकल करियर में पहली बार थाना में इस तरह बैठाकर पूछताछ हुई है। सिंह ने कहा कि मैं भी वकील हूं। कानून की जानकारी मुझे भी है।
दूसरी ओर सूत्रों ने बताया कि धुर्वा थाना प्रभारी विमल नंदन सिन्हा ने भाजपा के नेताओं से पांच सवाल पूछे। उनसे पूछा गया कि प्रभात तारा मैदान में भाजपा की रैली की परमिशन ली गई थी या नहीं। मंच से उस दिन प्राथमिक अभियुक्त के द्वारा भाषण दिया गया था? तीसरा सवाल था कि यह जानते हुए भी कि धारा 144 लागू है इसके बाद भी कार्यकर्ताओं द्वारा बैरिकेडिंग को हटाने एवं सचिवालय घेरने के लिए उत्तेजित किया गया। लाउडस्पीकर से 144 लागू होने की बार-बार सूचना देने पर भी आप लोगों द्वारा इसका उल्लंघन किया गया। बैरिकेडिंग हटाने के लिए भीड़ को आप लोगों की तरफ से उकसाने का प्रयास किया गया। इस पर आप क्या जवाब देना चाहते हैं। इन सभी सवालों के जवाब नेताओं ने दर्ज करवा दिए हैं।