अररिया ।अररिया पुलिस लाइन में पुलिस संस्मरण दिवस पर शनिवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमे एसपी अशोक कुमार सिंह,सदर एसडीपीओ रामपुकार सिंह,डीएसपी हेडक्वार्टर फकरे आलम,नगर थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदु, एएलटीएफ प्रभारी मनीष कुमार सहित मेजर सार्जेंट और पुलिस के अधिकारी और जवान शामिल हुए।कार्यक्रम में पुलिस लाइन में बने शहीद स्तंभ पर पुष्प अर्पण कर श्रद्धांजलि दी गई।
मौके पर बोलते हुए एसपी अशोक कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस संस्मरण दिवस प्रत्येक साल 21 अक्टूबर को शहीद पुलिस अधिकारियों और जवानों के शहादत को नमन करने के लिए मनाया जाता है।एसपी ने ऐतिहासिक प्रसंग की जानकारी देते हुए बताया कि आज के ही दिन 1959 में भारत चीन सीमा पर लद्दाख की बर्फीली ऊंचाइयों पर सीआरपीएफ की एक टुकड़ी पर चीन को अतिक्रमणकारियों ने अचानक हमला बोल दिया था।हमले में 10 बहादुर जवान अंतिम सांस तक लड़ते हुए शहीद हो गए थे।महानिरीक्षकों की मीटिंग में लिए गए निर्णय के आलोक में 1961 से शहादत को स्मरण करने के लिए संस्मरण दिवस मनाते हैं।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार के आंकड़े के अनुसार,एक साल के दौरान 189 पुलिस पदाधिकारी और कर्मी शहादत को प्राप्त किए हैं।जिनमे बिहार के भी आठ पुलिस अधिकारी और कर्मी शामिल हैं।बिहार के शामिल पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों में एसआई स्व.मो.अब्बास, एसआई स्व. नंदकिशोर यादव,एएसआई स्व.सतीश कुमार,एएसआई स्व.भुनेश्वर सिंह,सिपाही स्व.राजेश कुमार,स्व.विक्रांत भारती, स्व.वाल्मीकि कुमार, स्व.रवीश भारती शामिल हैं।उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि 1947 से 2022 तक में 1220 पुलिस कर्मी अपने कर्तव्य के निर्वहन के क्रम में शहादत को प्राप्त हुए हैं।
मौके पर आयोजित पैरेड का एसपी ने सलामी ली।साथ ही शहीद परिवार वालों के परिजनों को वस्त्र आदि भेंट कर सम्मानित किया गया।