झरिया। झरिया कोलफील्ड बचाओ समिति के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय अशोक अग्रवाल की स्मृति में दूसरा स्मारक सेमिनार झरिया स्थित सामाजिक संगठन-इंस्टीट्यूशन फॉर नेशनल एमिटी इन पीस एंड जॉय स्कूल परिसर द्वारा आयोजित किया गया है। मुख्य आकर्षण पेरिस स्थित फ्रांसीसी फोटो पत्रकार रॉबिन टुटेंजेस थे। उन्होंने यूक्रेन के लोगों की हालत देखकर अपना दर्द बयां किया है, जिन्हें काफी तकलीफ झेलनी पड़ी है। इसके अलावा उन्होंने लेबनान, बर्मा की कहानी भी बताई है जहां लोग पीड़ित है। श्री टुटेंगेस ने यह भी दिखाया कि कजाकिस्तान, बाग्लादेश व नेपाल में जीवन कितना सुंदर व संघर्षपूर्ण है।
स्व. अशोक जी अंतर्राष्ट्रीय सबंध रखने वाले थे: पिनाकी
इंस्टीट्यूशन फॉर नेशनल एमिटी (आईएनए) के संस्थापक पिनाकी रॉय ने कहा, “अशोक अग्रवाल अंतरराष्ट्रीय संबंध रखने वाले व्यक्ति थे। इसलिए हम विदेशी मेहमानों के साथ इस सेमिनार का आयोजन करते है। दुनिया भर में शांति की जरूरत है इसलिए हम कोयला क्षेत्र के छात्रों को शांति के बारे में सिखाने की कोशिश करते हैं।” ‘डस्टिनी के खिलाफ लड़ाई’। झरिया कोयला क्षेत्र के कई प्रतिष्ठित लोग और छात्र सेमिनार में शामिल हुए। स्वर्णिम डे ने अनुवादक के रूप में भूमिका निभाई। सोनी कुमारी , संजना कुमारी , अंजनी कुमारी , नंदिनी कुमारी ने झरिया हम को जान से प्यारा है गाना गया । बरीय पत्रकार विष्णु कांत तिवारी, जनकदेव जनक, नयन दत्ता,संजय पंडित, मिलन बनर्जी, सकेब जुबेद, पूनम देवी , सुप्रियो मुखर्जी आदि।