रांची। होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एचएमएआई) झारखंड और आयुष निदेशालय की ओर से सोमवार को झारखंड की जनजातीय समाज की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आयुष कॉन्क्लेव ऑन ट्राइबल हेल्थ विषय पर झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के सभागार में सीएमई सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में देश के विभिन्न राज्यों से 800 से ज्यादा आयुष चिकित्सक, छात्र-छात्राएं एवं होम्योपैथी दवा कंपनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। आयोजन की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ महात्मा हैनिमैन के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई।
सेमिनार में एचएमएआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रामजी सिंह मौजूद थे। सेमिनार में सीसीआरएच से डॉ सुनील कुमार और दिल्ली से आयोजन में देश के प्रख्यात विद्वान होम्योपैथिक चिकित्सक जिनमें इंटरनेशनल होमियोपैथिक स्पीकर डॉ बीटी रुद्रेश, पटना के डॉ मृदुल कुमार साहनी, राष्ट्रीय होमियोपैथिक संस्थान के निदेशक डॉ सुभाष सिंह, एचएमएआई बिहार के अध्यक्ष डॉ संजीव सिंह, सीसीएच के पूर्व सदस्य एवं भूतपूर्व प्राचार्य डॉ कुलवंत सिंह, डॉ जीतेश शर्मा, डॉ अकरम खान स्पीकर के रूप में आए थे, जिन्होंने झारखंड में होने वाली आनुवंशिक बीमारियों के उपर अपना अपना व्याख्यान दिया एवं अपने विचारों को रखा।
समारोह में झारखंड के विधानसभा अध्यक्ष रविन्द्र नाथ महतो, सांसद महुआ माजी, विधायक भूषण बारा, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, आयुष निदेशक डॉ फजलुस समी समेत विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे। सभी मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों का स्वागत झारखंडी परम्परा के अनुसार आदिवासी टोपी पहनाकर एवं अंगवस्त्र देकर किया गया।
सेमिनार में फर्स्ट पैथी आयुष पैथी मैगजीन का विमोचन किया गया। सेमिनार में क्विज प्रतियोगिता एवं क्वेश्चन आवर का कार्यक्रम भी रखा गया था। इसमें चिकित्सकों एवं छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। आयुष विभाग की योग प्रशिक्षिका डॉ अर्चना कुमारी एवं टीम द्वारा योगा के आसनों को किया गया।
आयोजन में प्रदेश के राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, परसपानी गोड्डा, देवकी महावीर होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल फरथिया गढ़वा, आरोग्यम होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल गढ़वा सहित जी डी मेमोरियल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पटना एवं नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर होम्योपैथी कोलकाता पश्चिम बंगाल से भी छात्र-छात्राएं सम्मिलित हुए।
शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमेशा प्रशंसनीय कार्य करने वाले वाई बी एन युनिवर्सिटी के संस्थापक रामजी यादव का भी सहयोग मिला एवं एचएमएआई के मंच से उन्हें सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ राजीव कुमार अध्यक्ष एचएमएआई झारखंड ने की।
उन्होंने बताया कि एचएमएआई झारखंड आयुष निदेशालय के साथ कदम से कदम मिलाकर आयुष चिकित्सा पद्धति के विकास के लिए लगातार कार्य कर रही है एवं भविष्य में स्वास्थ्य से सम्बन्धित जन कल्याणकारी योजनाओं को पूरे राज्य में जन-जन तक पहुंचाने का कार्य आगे भी करती रहेगी।