खूंटी। कहा जाता है कि मन में कुछ करने की दृढ़ इच्छा शक्ति हो, तो न गरीबी बाधा बन सकती है और न ही अशिक्षा। इसे साबित कर दिखाया है खूंटी जिले के मुरहू प्रखंड का सोमवार बाजार में रहने वाले निश्चल तिग्गा ने।
महज इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई और घर की माली हालत, ऐसे में निश्चल को न नौकरी मिल रही थी और न पिता प्रमोद तिग्गा के पास बड़ी रकम थी, जिससे वह निश्चल को पूंजी के रूप में कुछ दें। परिवार के छह सदस्यों का पालन-पोषण करना बहुत कठिन हो रहा था। बेरोजगारी निश्चल को घुन की तरह खा रही थी,उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वह करे तो क्या करे। परिवार की आर्थिक स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही थी। उसी दौरान वह स्वयंसेवी संस्था लीड्स के संपर्क में आया और ग्राम स्तर पर रेस परियोजना से जुड़कर उसने ग्राम स्वच्छ ऊर्जा समिति का गठन किया।
लीड्स संस्था के कार्यकर्ताओं की ओर से महीने में एक बार नियमित रूप से वीसीइसी की बैठक कराई जाती है और ग्राम स्तर पर स्वच्छ ऊर्जा पर आधारित समस्याओं की पहचान कर समाधान के लिए पहल की जाती है। ग्राम स्वच्छ ऊर्जा समिति में निश्चल तिग्गा का चयन ऊर्जा मित्र के रूप में किया गया। वह वीसीइसी की बैठक में नियमित रूप से शामिल होता था और ऊर्जा मित्र के तौर पर निश्चल तिग्गा ग्रीन बिजनेस से जुड़कर इस बारे में जानकारी प्राप्त की।
लीड्स संस्था की ओर से आयोजित पंचायत स्तर, ब्लॉक स्तर, जिला और राज्य स्तर की कार्यशाला में वह नियमित रूप से शामिल होने लगा। संस्था युवाओं का टेक्निकल प्रशिक्षण और उद्यमशीलता में शामिल होकर अपना क्षमता वर्धन करता रहा। साथ ही ग्रीन बिजनेस से जुड़कर काम करने लगा। इसके लिए अपने घर में ही उसने स्वच्छ ऊर्जा केंद्र की स्थापना की, जिसमें एलइडी बल्ब बिक्री और मरम्मत के अलावा सोलर लैम्प बिक्री, मरम्मत, बिजली वायरिंग से संबंधित काम करने लगा। ऐसे में ऐसे में उसके पास पूंजी की समस्या होने लगी।
इस समस्या के समाधान के लिए निश्चल ने लीड्स संस्था को आवेदन दिया और पूंजी उपलब्ध कराने का आग्रह किया। बिजनेस प्रोपॉजल तैयार कर रेस परियोजना के समन्वयक को जमा किया। लीड्स संस्था की ओर से आवेदन को स्वीकृत कर लिया गया और ग्रीन बिजनेस के लिए आर्थिक सहयोग दिया गया। इस पूंजी से निश्चल तिग्गा अपने स्वच्छ ऊर्जा केंद्र में थोक भाव पर सामान खरीद कर स्वच्छ ऊर्जा आधारित उपकरण का व्यवसाय करने लगा। कुछ ही दिनों में उसका व्यवसाय चल निकला और कम समय में ही निश्चल तिग्गा ने अच्छे व्यवसायी के रूप में अपने पहचान बना ली और धीरे-धीरे उसकी अर्थिक स्थिति में भी सुधार होने लगा है। निश्चल बताता है कि वह घर में रहकर ही अपना व्यवसाय कर रहा है। इसलिए कोई परेशानी नहीं होती।