भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में धर्मांतरण का दबाव बनाने के लिए एक युवक को यातनाएं दी गईं। उसके गले में पट्टा बांधकर उसे कुत्ते की तरह घसीटा गया। उसे सड़क पर घुटनों के बल बैठाकर भौंकने को कहा गया। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सोमवार को पुलिस ने छह आरोपितों के खिलाफ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। इनमें से तीन आरोपित फैजान खान, समीर खान और साहिल उर्फ सलाउद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपितों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) की कार्रवाई की गई है, साथ ही जिला प्रशासन ने उनके घरों पर हथौड़ा चलाकर ध्वस्त किया जा रहा है।
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ‘हमने 24 घंटे में कार्रवाई करने की बात कही थी। छह घंटे के अंदर ही आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए। थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया गया। ऐसी घृणित मानसिकता वाले लोग और ऐसी घृणित सोच को हम कुचलने का काम करेंगे। भोपाल में वो कार्रवाई हो, जो पूरे मध्य प्रदेश के लिए नजीर बने।’ उन्होंने बताया कि आरोपितों पर एनएसए लगाया गया है।
मामला भोपाल के टीला जमालपुरा थाना क्षेत्र का है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने चौहान ने मामले को संज्ञान में लेकर नाराजगी जताते हुए पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा और भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह को सख्त निर्देश दिए थे कि आरोपितों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री के निर्देश पर आरोपितों पर एनएसए की कार्रवाई की गई है। साथ ही उनके घरों को तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस ने पकड़े गए आरोपितों का जुलूस भी निकाला। साथ ही प्रशासन ने उनके घर का अतिक्रमण तोड़ने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। आरोपितों को घरों को तोड़ने की कार्रवाई के दौरान दो महिलाओं ने फांसी लगाने की कोशिश की। परिजनों ने उनकी जान बचाई। सबसे पहले नगर निगम के अमले ने आरोपित समीर का घर का तोड़ा। फिलहाल जिला प्रशासन द्वारा दो अन्य आरोपितों के घरों को हथौड़े से तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है।
वहीं, पुलिस ने तीनों आरोपितों को शाम को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें 4 जुलाई तक की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।