खबर मन्त्र संवाददाता
बरही: प्रखण्ड के मुस्लिम धर्मावलंबियों ने ईद पर्व को बड़े ही खुशी के माहौल में एक दूसरे के गिले शिकवे भूलकर गले मिलकर पर्व को मनाया।चारो तरफ ख़ुशी का माहौल देखने को मिला। ईद की ख़ुशी में ज्यादा संख्या में लोग मस्जिदों में पहुंचे, वहां सबने एक साथ नमाज पढ़ी और अल्लाह को याद करके अपनी दुआ मांगी। नमाज के बाद सभी एक-दूसरे से गले मिले और ईद की बधाई दी। ईद का चाँद शुक्रवार रात को दिखाई दिया। शनिवार को ईद मनाने का दिन तय किया गया। ईद का चाँद देखने के लिए लोग बड़ी ही बेशब्री से इंतज़ार कर रहे थे, इसलिए शुक्रवार शाम को नमाज के बाद सभी अपने घरों के छत पर चल गए और आसमान की तरफ देखने लगे ताकि उन्हें चाँद के दीदार हो जाए।
कुछ देर के बाद चाँद ने अपना दीदार करा दिया और सभी रोजदारों का रोजा समाप्त हुआ। 2023 का यह रमजान महीना हर साल के रमजान से बहुत अलग था, क्योंकि इस बार इतनी भीषड़ गर्मी के चलते सभी रोजदारों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस बार अप्रैल का तापमान 40 से 42 प्रतिशत हर वर्ष के तापमान से कही ज्यादा था, फिर भी रोजदारों ने हार नहीं मानी और अपने रोजो को बरकरार रखा। विभिन्न मस्जिदों में हजारों की संख्या में लोगों ने ईद की नमाज अदा की। बरही जामा मस्जिद, ईदगाह, शादी मुहल्ला, रसोइया धमना, दुलमाहा, धनवार, करियातपुर, महुगढा, भंडारों, मलकोको, गौरियाकरमा सहित कई मस्जिदों में लोगों ने पूर्वाहन ईद की नमाज पढ़ी। इस अवसर पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये गये थे। नमाज के बाद लोगों ने एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। लोग एक दूसरे को घर जाकर बधाई दिया।
साथ ही अलविदा की नमाज के बाद एक दूसरे को बधाई देने का सिलसिला शुरू हुआ। इसी दौरान लोगों से अधिकारियों और राजनेताओं को सेवई खिलाकर ईद की बधाई दी। ईद की नमाज को देखते हुये बरही अनुमंडल प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतज़ाम किया गया था। कई मार्गों पर यातायात बंद रखकर नमाजियों को सड़क पार करवाया गया। ईद को देखते हुए बरही के विभिन्न स्थानों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी। जीप प्रतिनिधि मो क्यूम, अब्दुल गफ्फार मेमोरियल हॉस्पिटल के संचालक डॉ मो इबरार, पत्रकार जावेद इस्लाम, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष डॉ निजामुद्दीन अंसारी, कांग्रेस प्रखण्ड अध्यक्ष अब्दुल मनान वारसी, मुखिया प्रतिनिधि मो ताजुद्दीन, 20 सूत्री प्रखण्ड अध्यक्ष इकबाल रजा, जामा मस्जिद सेक्रेटरी अब्दुल क्यूम, पूर्व मुखिया मो बेलाल, मो तस्लीम, मो यूसुफ, मो वारिस अंसारी, मुखिया समशेर आलम सहित अन्य मुस्लिम धर्मावलंबियों ने बधाई दिया।