कोडरमा। जयनगर निवासी फल विक्रेता बबलू मोदी के मौत का खुलासा किया है। मंगलवार को प्रेसवार्ता आयोजित कर पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव ने कहा कि बबलू मोदी की हत्या नही बल्कि उसने आत्महत्या किया था और इसके लिए उसकी पत्नी ने उसे उत्प्रेरित किया था। एसपी ने कहा कि मृतक का शव बीते 30 अप्रैल को चंदवारा थाना क्षेत्र के पिपराडीह रेलवे स्टेशन के दो नम्बर लाइन से बरामद किया गया था, मामले को लेकर मृतक के पिता रामचंद्र मोदी के आवेदन पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था, कांड संख्या 32/23 में दर्ज मामले में मृतक के पिता ने अज्ञात लोगों के द्वारा उसके पुत्र की हत्या कर शव को पटरी पर फेंक देने का आरोप लगाया था, साथ ही दर्ज मामले में पीसीआर में प्रतिनियुक्त पुलिस कर्मी आदित्य शर्मा के द्वारा बबलू मोदी के मोबाइल पर अंतिम काॅल करने की बात कही गयी थी, मामला दर्ज होने के बाद एसपी ने एसडीपीओ प्रवीण पुष्कर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर मामले की जांच करने का निर्देश दिया था।
घटना के करीब डेढ़ माह बाद पुलिस ने मामले की खुलासा करते हुए बताया की बबलू की हत्या नही बल्कि उसने आत्महत्या किया था और इसके लिए उसकी पत्नी ज्योति देवी ने उत्प्रेरित किया था। घटना के दिन मृतक शराब पीकर घर आया था, मगर उसकी पत्नी झगड़ा कर उसे घर घुसने नही दिया था, जिससे नाराज होकर वह पिपराडीह स्टेशन चला गया और वहां ट्रेन के झटके से गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गयी। एसपी ने बताया कि उसकी पत्नी फोन पर अन्य लोगों से बात करती थी, जिसके कारण दोनों के बीच प्रायः झगड़ा होते रहता था, इसी बात को लेकर मृतक पूर्व के वर्षों में भी दो बार आत्महत्या का प्रयास कर चुका था। एसपी ने बताया कि बबलू मोदी की मौत के बाद पुलिस कई कोनों से छानबीन किया, मामले को लेकर ट्रेक से गुजरने वाले मालगाड़ी और यात्री ट्रेन के चालक, गार्ड व रेलवे कर्मियों व अन्य लोगों से भी पूछताछ की गई, प्रत्यक्षदर्शियों के बयान, आस पास के सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी साक्ष्य के आधार पर पाया गया कि बबलू मोदी की हत्या नही बल्कि उसने आत्महत्या किया था।
एसपी ने बताया कि बबलू मोदी की हत्या का आरोप पुलिस कर्मी आदित्य शर्मा पर लगाया गया था, परन्तु अनुसंधान में यह साबित नही हुआ, जांच में पता चला कि बीते 29 अप्रैल को मृतक और पुलिस कर्मी आदित्य शर्मा दोनों होटल में शराब का सेवन कर दोनों अपने अपने घर चले गए थे और रात्रि में उक्त पुलिस कर्मी ने बबलू मोदी को फोन कर यह पूछा था कि वह घर पहुंच गया या नही, उक्त फोन को मृतक की पत्नी ने रिसीव किया था, इसकी पुष्टि मृतक की पत्नी ने की है। एसपी ने बताया कि अनुसंधान के दौरान एक भी साक्ष्य ऐसा नही मिला, जिससे प्रतीत हो कि बबलू मोदी की हत्या में पुलिस कर्मी की संलिप्तता है।