चतरा। इटखोरी थाना क्षेत्र के नवादा गांव में घटित सकेन्द्र भुईयां ब्लाईंड मर्डर केस का एसआईटी ने खुलासा कर दिया है। मृतक को कब्रिस्तान के समीप फेंककर शांति व्यवस्था भंग करने के हत्यारों के इरादों पर भी पुलिस ने पानी फेर दिया है। पुलिस ने सकेन्द्र भुइयाँ हत्याकांड मामले का खुलासा करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
सकेन्द्र की हत्या प्रेम प्रसंग को लेकर की गई थी। मृतक की प्रेमिका के पति ने इस निर्मम हत्याकांड को अंजाम दिया था। गिरफ्तार आरोपितों में मृतक के प्रेमिका का पति लालधारी भुईयां और मृतक के भाई बहादुर भुईयां के नाम शामिल हैं। पुलिस ने गिरफ्तार हत्यारों के पास से घटना में प्रयुक्त एक इंडक्शन चूल्हा, एक स्टील का पतीला और रेडमी कंपनी का एक मोबाईल बरामद किया है।
डीएसपी मुख्यालय अमिता लकड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि नवादा में विगत 13 अक्टूबर को सकेन्द्र भुईयां नामक व्यक्ति की निर्मम हत्या कर शव को गांव से सटे कब्रिस्तान के समीप फेंकने की सूचना मिली थी। पुलिस अधीक्षक ने इटखोरी थाना प्रभारी अभिषेक कुमार सिंह के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया था।
थाना प्रभारी ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी लालधारी भुइयां से पूछताछ की। उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए बताया कि उसने 12 अक्टूबर की रात को चौपारण में आरकेस्ट्रा देखने के बाद जब 13 तारीख को सुबह करीब 3 बजे वह घर लौटा तो उसने सकेन्द्र भुइयाँ को अपनी पत्नी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पाया। इसके बाद उसने गुस्से में मुंह दबाकर सकेन्द्र भुइयां की हत्या कर दी और फिर इंडक्सन चुल्हे में पानी गरम करके खौलता पानी उसके पीठ, पैर और बांह पर डाल दिया।
इसके साथ कब्रिस्तान को लेकर चल रहे जमीनी विवाद के कारण विशेष समुदाय के लोगों को फंसाने की नियत से उसने मृतक के भाई बहादुर भुइयाँ के साथ मिलकर शव को कब्रिस्तान के पास ले जाकर फेंक दिया और अन्य लोगों के साथ मिलकर मामले को साम्प्रदायिक रंग देने का प्रयास किया। डीएसपी मुख्यालय ने बताया कि पुलिस ने लालधारी भुइयाँ और बहादुर भुइयाँ को गिरफ्तार कर लिया है और दोनों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
छापेमारी दल में पुलिस उपाधीक्षक अमिता लकड़ा, पुलिस निरीक्षक मंजू कुमारी, थाना प्रभारी इटखोरी अभिषेक कुमार सिंह, एसआई दिलबाग सिंह, हरिद्वार प्रसाद मंडल व एएसआई दुखी राम महतो समेत महिला गृहरक्षक व सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।