रामगढ़ । पारिवारिक कलह में इंसान के सब्र का बांध कब टूट जाए यह कहना मुश्किल है। रामगढ़ जिले के रजरप्पा थाना क्षेत्र में एक सीसीएल कर्मी आशीष बनर्जी पर गोली चलने की वारदात का खुलासा हुआ तो उसके पीछे उसके साले इंद्रोनील बनर्जी का नाम सामने आया। लेकिन वजह जानकर हर कोई हैरान रह गया। उसने अपनी बहन और भांजों को न्याय दिलाने के लिए अपने ही बहनोई की हत्या की साजिश रची थी। आशीष बनर्जी अभी भी अस्पताल में भर्ती है।
रामगढ़ एसपी पियूष पांडे ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि रजरप्पा थाना क्षेत्र में गोलीबारी की वारदात के मुख्य साजिशकर्ता इंद्रोनील बनर्जी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह हम बोकारो जिले के चास थाना क्षेत्र अंतर्गत लोकनाथपुरी, भवानीपुर सौलांगीडीह का रहने वाला है।
एसपी ने बताया कि इंद्रोनील बनर्जी एसबीआई बैंक में मैनेजर स्तर का अधिकारी है। लेकिन वह अपनी बहन और भांजो के लिए अपराधी बन गया। उसने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि आशीष बनर्जी के साथ उसकी बहन के संबंध अच्छे नहीं थे। दोनों के बीच काफी विवाद चल रहा था। उन दोनों के बीच का मामला कोर्ट में भी था। इस बीच आशीष बनर्जी ने अपनी पत्नी को गुजारा भत्ता देना भी बंद कर दिया था। इंद्रोनील पर अपनी बहन और भांजे के परवरिश का दबाव बढ़ता जा रहा था। आर्थिक रूप से बढ़ता जा रहा है यह दबाव वह झेल नहीं पाया। उसने 5 लोगों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। हालांकि वह सफल नहीं हुआ।
एसपी पीयूष पांडे ने बताया कि आशीष बनर्जी पर गोली चलाने वाले अपराधियों की तलाश अभी भी जारी है। जिन लोगों ने आशीष पर गोली चलाई थी वह कुल पांच लोग थे।